मलेशिया के क्वालालम्पुर शहर में एशिया कप अंडर-17 मेन सॉफ्टबाल चैंपियनशिप में भारतीय टीम का पदक तय है। यह पहला मौका होगा जब भारतीय टीम पदक जीतकर लौटेगी। छत्तीसगढ़ के तीन खिलाड़ी भी टीम में लगातार शानदार प्रदर्शन कर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। रायपुर से दुष्यंत निषाद, मुंगेली से आर्यन ताम्रकार और बीजापुर से सुरेश हेमला शामिल हैं। दुष्यंत सेकंड बेस, आर्यन पिचर और थर्ड बेस एवं सुरेश सेंटर फील्ड पर खेलते हैं। भारत का अगला मुकाबला 12 सितंबर को सिंगापुर से है। भारत अगर सिंगापुर को हरा देता है तो, भारत ग्रांड फाइनल में प्रवेश कर जाएगा। जापान पहले ही अपने सारे मैच जीतकर ग्रांड फाइनल में जगह पक्की कर चुका है। अगर सिंगापुर से भारत हारता है तो भी कांस्य पदक पक्का है। सॉफ्टबॉल में किसी भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में यह पहला पदक होगा। इसलिए भारतीय सॉफ्टबॉल के लिए यह ऐतिहासिक पल है।
गौरतलब है कि चैंपियनशिप 7 से 13 सितंबर तक आयोजित है। भारत ने अब तक छह मैच खेले हैं, जिसमें 4 में जीत दर्ज की है, वहीं दो मैचों में हार झेलनी पड़ी। रविवार को भारत ने फिलिपिंस से आठ इनिंग तक चले बेहद कड़े मुकाबले में 4-3 के स्कोर से जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया।
फिलिपिंस व थाईलैंड को दी करारी शिकस्त :
भारतीय टीम का पहला मुकाबला मलेशिया से हुआ। इसे भारत ने आसानी से 3-1 से जीत लिया। दूसरा मैच भारत 1-2 के स्कोर से सिंगापुर से हार गया। इसके बाद विश्व की दूसरे नंबर की टीम और विगत एशियन चैंपियनशिप की विजेता जापान ने भारत को 17-00 से रौंदा। इस बड़ी हार को इंडिया टीम ने भुलाते हुए वापसी की और फिलिपिंस जैसी मजबूत टीम को 5-2 से और थाईलैंड को 10-05 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में फिलिपिंस को कड़े मुकाबले में 4-3 से पराजित किया।