तिहाड़ जेल में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पर एक कैदी के पेट से एक मोबाइल फोन निकला। आप भी इसकी पूरी कहानी जानकर हैरान रह जाएंगे। एशिया की सबसे बड़ी और सुरक्षित माने जाने वाली तिहाड़ जेल का यह बेहद चौंकाने वाला मामला है। ऑपरेशन के बाद कैदी के पेट से मोबाइल फोन निकाला गया। मामले की जानकारी मिलने के बाद कैदी को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया।सूत्रों के मुताबिक, सुंदर राजाराम एक साल पहले लूट और चोरी के मामले में तिहाड़ जेल में बंद किया गया था।
जेल प्रशासन को खबर मिली कि सुंदर के पास एक मोबाइल है। लेकिन तलाशी में पता लगा कि मोबाइल फोन उसके पेट में है जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और ऑपरेशन के बाद पेट से एक चाइनीज मोबाइल फोन निकाला गया। हालांकि बताया जा रहा है कि अभी भी एक माइक्रो सिम और एक मिनी चार्जर कैदी के पेट में ही है।जेल में कैदी अक्सर बाहर से मोबाइल फोन स्मगल कर अंदर ले जाते हैं। कई बार एक ही फोन कई कैदियों के बीच बंट जाता है।
तिहाड़ जेल में रिश्तेदारों और परिजनों से बात करने के लिए कैदियों को जेल प्रशासन की तरफ से फोन व्यवस्था दी गई है। एक कैदी सिर्फ 5 मिनट ही अपने परिवार से फोन पर बात कर सकता है।नंबर जेल प्रशासन की तरफ से पहले वेरीफाई किया जाता है और फिर कॉल किया जाता है। 5 मिनट होते ही फोन अपने आप कट जाता है। तिहाड़ जेल में लगभग 16000 कैदी हैं और अक्सर छापेमारी में इन कैदियों के पास से मोबाइल फोन बरामद होते हैं। लेकिन जिस तरह से पेट में फोन मिलने का मामला सामने आया है उससे सब हैरान हैं।