गुरुग्राम. दो पहिया और चार पहिया वाहनों सहित सभी वाहन चालकों के लिए खुशखबरी है. अब आज से अगले 15 दिन तक उनके नहीं कटेगा. 25 हजार और 59 हजार से भारी-भरकम रकम चालान के रूप में नहीं वसूली जाएगी. चालान काटने का रिकॉर्ड बनाने जा रही (Traffic Police) अब बैकफुट पर है. इसके पीछे पुलिस का तर्क है कि कुछ दिन चालान (Challan) काटने के बजाए पुलिस (Police) वाहन चालकों को जागरुक करने का काम करेगी. और यह सब होगा दिल्ली (Delhi) से सटे गुरुग्राम (Gurugram) में जहां से लगातार बड़ी रकम के चालान काटने की खबरें आ रहीं थी.
23 हजार से शुरू होकर 59 हजार रुपए तक वाहनों के काटे गए चालान
1 सितंबर से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद हरियाणा ऐसा राज्य है जहां से भारी-भरकम चालान काटे जाने की सबसे ज्यादा खबरें आईं थी. सबसे पहले 15 हजार रुपए वैल्यू की स्कूटी का 23 हजार का चालान भी गुरुग्राम में ही काटा गया था. फिर बुधवार को यहां एक ट्रैक्टर का चालान 59 हजार रुपये काटा गया था. इसके बाद तो मानो जैसे बड़ी-बड़ी रकम के चालान काटने की गुरुग्राम पुलिस में होड़ सी मच गई थी. तीन वाहनों के एक लाख से अधिक के चालान काटे गए. बुलेट से पटाखे जैसी आवाज़ निकालने पर 17 हजार से ज्यादा का चालान काटा गया.
जमा कराई गईं चालान काटने वाली मशीन सूत्रों की मानें तो इलेक्ट्रोनिक चालान मशीन (ईसीएम) जमा करा ली गई हैं. ईसीएम लेकर चलने वाले ज़ोनल अफसरों से यह कहकर मशीन जमा कराई गई है कि अगले 15 दिन तक कोई चालान नहीं काटा जाएगा. ट्रैफिक पुलिसकर्मी अब ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के साथ सिर्फ लोगों को जागरुक करने का काम करेंगे.
क्या इसलिए जारी किया गया है चालान न काटने का फरमान
जानकारों की मानें तो ऐसी चर्चा है कि चालान न काटने का फरमान हरियाणा में जल्द होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए जारी किया गया है. लागू नए मोटर व्हीकल एक्ट से जनता नाराज़ न हो जाए. साथ ही विपक्ष इस मामले को तूल देकर मुद्दा न बना ले, इसलिए फिलहाल कुछ दिन चालान काटने का काम रोका गया है. बता दें कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में चुनाव आचार संहिता जल्द लागू होने जा रही है. इस बारे में क्या कहती है गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस
एसीपी ट्रैफिक अशोक कुमार का इस बारे में कहना है, “ऐसा नहीं है कि हमने चालान काटना बंद कर दिया है. हम चालान काटने वाली मशीनों को अपटेड करने के लिए जमा करा रहे हैं. और रहा सवाल जागरुकता अभियान चलाने का तो वो हम पहले से ही चला रहे हैं. गुरुवार को भी हमने एक स्कूल में जाकर अभियान चलाया था. कुछ दिन के लिए चालान न काटने जैसे कोई बात नहीं है.”