अपने देश में कॉन्डम खरीदने से पहले बंदा ऐसे हरकत करता है, जैसे आरडीएक्स खरीद रहा हो, कोई देख लेगा तो सीधे फांसी ही होगी। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हम कॉन्डम को सिर्फ सेक्स के साथ जोड़कर अपने दिमाग में बसा चुके हैं। लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि कॉन्डम का प्रयोग कहां और कैसे होता है।
क्या होता था कॉन्डम के साथ?
- लंदन में 21 वर्षों तक चले संगीतमय नाटक कैट्स के मंचन के दौरान कलाकार माइक को अपनी टाइट्स के अंदर रखते थे। शो के दौरान पसीने से माइक्रोफोन खराब न हो इसलिए उसपर कॉन्डम चढ़ाकर रखते थे।
- इस नाटक में सिर्फ यही ही खास नहीं था, बल्कि ये ऐसा नाटक था जिसमें कोई स्टोरी नहीं होती थी। बल्कि बिल्लियों की तरह ड्रेस पहने कलाकार नजर आते थे।
- 11 मई 1981 को इस नाटक का पहली बार मंचन हुआ था जिसके बाद ये पूरे 21 साल चलता रहा।
- आपको हैरत होगी कि टीएस इलिएट की कविताओं पर आधारित नाटक में हर बिल्ली का अपना एक चरित्र होता था।
साड़ी बनाते समय भी होता है प्रयोग
- मध्य पूर्वी देशों बहरीन, इराक, ईरान, इजराइल, यमन, जॉर्डन, कतर, कुवैत, लेबनान, ओमान, फिलिस्तीन, सउदी अरब, सीरिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात और साइप्रस में सड़क बनाने वाले मजदूर इसकी डामर की टंकी में डाल देते हैं, ताकि रास्ता चिकना बन सके।
- क्या आप जानते हैं, बनारसी साड़ी बनाते समय भी इसका प्रयोग होता है। एक बनारसी साड़ी बनाने के लिए 14 कॉन्डम की आवश्यकता होती है। इन्हें उल्टा कर बॉबिन पर रगड़ा जाता है, ताकि उसमें चिकनाई आ सके और धागा आसानी से उसके अंदर जा सके।
- साड़ी बनाने वाले कारीगर कॉन्डम का इस्तेमाल अपनी उंगलियों पर भी करते हैं ताकि साड़ी बनाते समय वो कटने से बच सके।
यहां भी होता है इस्तेमाल
- कॉन्डम का प्रयोग रायफल बैरल को जंग से बचाने में भी किया जाता है।
- बारिश के मौसम में इलैक्टॉनिक प्रोडक्ट को पानी से बचाने के लिए भी इसका प्रयोग होता है।
- स्विमिंग के दौरान भी कॉन्डम का प्रयोग किया जाता है, ताकि छोटे कैटफ़िश से बचा जा सके।
- वैसे इसका इस्तेमाल रक्त व कैटफिश मूत्र की ओर आसानी से आकर्षित होते हैं।