कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Sashi Tharoor) ने एक बार फिर कांग्रेस को आईना दिखाया है. हालांकि थरूर ने यह आरोप भी लगाया कि पूर्व में दिए गए उनके बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया. बुधवार को थरूर ने कहा कि वह उन खबरों से परेशान हो जाते हैं, जिनमें कहा जाता है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तारीफ की है.
हाल ही में अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) की एक टिप्पणी का समर्थन करने के बाद थरूर से कांग्रेस की केरल (Kerala) इकाई ने जवाब मांगा था. दरअसल, रमेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमेशा खलनायक की तरह पेश करने से कुछ हासिल नहीं होगा.
थरूर ने दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में एनएसयूआई (Nsui) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘मुझे इसका एक उदाहरण दीजिए कि मैंने कब समर्थन किया है. मीडिया में आई खबरों की समस्या यह है कि ये पूरी तरह निराधार होती हैं. निश्चित तौर पर जब मीडिया यह कहता है कि मैंने मोदी की तारीफ की है तो इससे मैं व्यथित हो जाता हूं.’
रमेश के बयान के समर्थन की गई अपनी टिप्पणी को याद करते हुए थरूर ने कहा, ‘मैंने यह कहा था कि हमारा सिद्धांत यह समझने का होना चाहिए कि लोगों ने मोदी जी के लिए वोट क्यों किया. हमें 2014 में भी 19 फीसदी वोट मिला और 2019 में भी 19 फीसदी वोट मिला. मोदी के नेतृत्व में भाजपा को 2014 में 31 फीसदी वोट मिला था, जबकि 2019 में 37 फीसदी वोट मिले.’
थरूर अपनी बात पर कायम
अपनी बात पर कायम रहते हुए थरूर ने कहा कि कांग्रेस को उन लोगों को फिर से अपनी ओर खींचना होगा जो किन्हीं कारणों से हमारे बजाय भाजपा (BJP) को वोट करने लगे हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा था पीएम मोदी की सरकार का मॉडल ‘पूरी तरह नकारात्मक गाथा’ नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करना तथा हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है.
रमेश ने कहा था कि यह वक्त है कि हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझे, जिसके कारण वह सत्ता में लौटे. इसी के कारण 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी सत्ता वापसी करवाई. राजनीतिक विश्लेषक कपिल सतीश कोमीरेड्डी की किताब ‘मालेवॉलेंट रिपब्लिक : ए शॉर्ट हिस्ट्री ऑफ द न्यू इंडिया’ का विमोचन करते हुए ये टिप्पणियां कीं थीं.