दुनिया की सबसे लंबी एलपीजी गैस पाइप लाइन के तौर पर गुजरात के कंडला पोर्ट को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से जोड़ने वाली 2757 किमी लंबी पाइपलाइन का निर्माण कार्य अगले आठ से दस माह में शुरू होगा। लगभग 10 हजार करोड की लागत वाली इस परियोजना के लिए तीन सरकारी तेल एवं गैस कंपनियों इंडियन ऑयल (50 प्रतिशत), भारत पेट्रोलियम तथा हिन्दुस्तान पेट्रोलियम (25-25 प्रतिशत) के बीच संयुक्त उपक्रम निर्माण का समझौता गत जून माह में हुआ था।
इंडियन ऑयल के एक शीर्ष अधिकारी ने आज यहां यूएनआई को बताया कि इसके लिए संयुक्त उपक्रम की पहली बोली संबंधी बैठक भी जुलाई के अंतिम सप्ताह में हो चुकी है। अन्य संबंधित प्रक्रियाओं पूरा कर इसका निर्माण कार्य आठ से दस माह में शुरू हो जायेगा और एक बार शुरू होने के बाद इसे 36 माह के भीतर पूरा कर लिया जायेगा।
यह गुजरात से मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक जायेगी। यह कंडला आयात टर्मिनल के अलावा इंडियन ऑयल की कोयली और भारत पेट्रोलियम की बीना रिफायनरी से गैस को 22 बॉटलिंग संयंत्रों (गुजरात के तीन, मप्र के छह और उत्तर प्रदेश के 13) तक सीधे पहुंचायेगी। इसके अलावा रोड ब्रिजिंग के जरिये इससे राजस्थान, गुजरात, मप्र, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के 21 और ऐसे संयंत्रों तक गैस की आपूर्ति होगी। इसके जरिये प्रति वर्ष 82 लाख 50 हजार टन एलपीजी की आपूर्ति की जा सकेगी जो देश की कुल मौजूदा एलपीजी मांग का लगभग 25 प्रतिशत है।