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छत्तीसगढ़ /पीडीएस के 20 बोरा चावल में बारीक कांच मिला, सप्लाई रोकी

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धमधा नाका रोड स्थित वेयर हाउस में रखे गए पीडीएस के चावल में कांच के बारीक टुकड़े मिलने से प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई है। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर अंकित आनंद ने तत्काल खाद्य नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा और अन्य विभागीय अधिकारियों को जांच के लिए मौके पर भेजा। जांच में पाला चावल में कांच के टुकड़े मिलने की पुष्टि हुई।

अधिकारियों का कहना है कि कुछ समय पहले वेयर हाउस के रोशनदान में लगे कांच टूट गए थे जो चावल में मिल गए। अब यह चावल खाने योग्य नहीं रह गया है। इसलिए खाद्य विभाग ने इसकी सप्लाई राशन दुकान में न करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों के मुताबिक स्टेट वेयर हाउस प्रबंधन ने इस चावल को अलग कर रखा था। इसे अन्य पीडीएस के अलाॅटमेंट वाले चावल से नहीं मिलाया गया था। जांच सहायक खाद्य नियंत्रक आनंद मिश्रा, निरीक्षक दीपा वर्मा और पवित्रा अहिरवार की टीम ने की। रिपोर्ट कलक्टर को सौंप दी गई है।

गुणवत्ता परीक्षण के बाद किया जाता है सप्लाई : जानकारी के मुताबिक यह वह चावल है जो हमालों द्वारा छल्ली किए जाने के दौरान जमीन पर गिरता है। इस चावल को उठाकर साफ किया जाता है, और बोरियों में भरकर रख दिया जाता है। गुणवत्ता के परीक्षण के बाद ही चावल की सप्लाई की जाती है।

तीन घंटे चली जांच, अब कांच को चावल से निकालना संभव नहीं

जांच टीम ने करीब तीन घंटे चावल के स्टॉक का परीक्षण किया। चलनी से भी चावल का परीक्षण किया गया। स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई। जांच में चावल में कांच के टुकड़े पाए गए जिसे चावल से निकालना अब संभव नहीं है।

गोदाम प्रभारी की लापरवाही, जवाब मांगा 
जांच में गोदाम प्रभारी संजय पाल की लापरवाही सामने आई है। खाद्य नियंत्रक ने नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की बात कही गई है। उनसे पूछा गया है कि घटना डेढ़ माह पुरानी है। इसके बाद भी आला अफसरों को इसकी क्यों नहीं मौखिक या लिखित में जानकारी दी गई।
 

डेढ़ माह पहले टूटा था रोशनदान का कांच
जांच के दौरान पाला चावल में कांच के टुकड़े मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि करीब डेढ़ महीने पहले रोशनदान का कांच टूटा था। आशंका है कि इसी दौरान चावल में ये टुकड़े मिल गए। गोदाम प्रभारी की लापरवाही है। उच्च अधिकारियों को जानकारी नहीं दी। नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।