काम करने की जिद और विपरीत परिस्थितियों में सकारात्मक कार्यशैली से लक्ष्य को आसानी से पाया जा सकता है। जिम्मेदारी विधानसभा के दौरान मिली, इसे निभाने के बाद फिर लोकसभा चुनाव में प्लानिंग के साथ काम किया। हमारे अन्य अधिकारी और कर्मचारियों ने बड़ी शिद्दत के साथ सहयोग किया। चुनाव को एक मिशन के तौर पर लिया। स्वीप कार्यक्रम को प्राथमिकता में लेकर हर जिले में अभियान छेड़ा गया। नतीजतन लोकसभा चुनाव में अधिकांश जिलों में वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा। उक्त बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने मतगणना के अंतिम राउंड के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि तीन चरणों में 11, 18 तथा 23 अप्रैल को हुए लोकसभा चुनाव में राज्य के किसी भी मतदान केंद्र में पुनर्मतदान की नौबत नहीं आई। यह उपलब्धि कीर्तिमान है। मतदान प्रक्रिया को लेकर कोई शिकायत नहीं होना प्रदेश के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश के सभी मतदाताओं, राजनीतिक दलों, निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों, सुरक्षा जवानों और अर्द्घसैनिक बल के जवानों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि विधानसभा और लोक सभा दोनों चुनावों में पुनर्मतदान की स्थिति नहीं बनी।