रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड मामले में एक नया मोड़ आ गया है। अंतागढ़ टेपकांड के मुख्य गवाह फिरोज सिद्दकी ने बताया कि उसका वीडियो को लैब ने जांच करने से इंकार कर दिया है।
बता दें कि अंतागढ़ टेपकांड मामले में फिरोज सिद्दकी द्वारा अंतागढ़ उपचुनाव को लेकर टेप जारी किया था, जिसमें कथित तौर पर अजीत जोगी, मंतुराम पवार, रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत की आवाज का दावा किया गया था। सत्ता मे आने बाद कांग्रेस ने अंतागढ़ प्रकरण की जांच का ऐलान कर कमेटी बनाई। पुलिस ने 16 मार्च 2019 को फिरोज सिद्दीकी को नोटिस जारी कर अंतागढ़ टेपकांड मे प्रयुक्त वाईस रिकार्डर और अन्य उपकरण जिससे वीडियो बनाया गया था उपलब्ध कराने कहा। इस पर फिरोज ने वीडियो और पेन ड्राइव पुलिस को दिया है। वहीं एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि फिरोज सिद्दकी द्वारा जारी वीडियो को चंडीगढ़ के फोरेंसिक लैब में भेजा गया था, जहां पर चेक करने पर वह नकली निकला। इसके बाद फिरोज सिद्दकी को फिर से नोटिस जारी किया गया है और कहा गया है कि वाइस रिकार्डर और उपकरण जल्द ही उपलब्ध कराए नहीं तो कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं फिरोज सिद्दकी का कहना है कि पुलिस आरोपियो को बचाने के लिये मामले को ऐसा कर रही है ताकि उन्हे जमानत मिल सके। पुलिस ने धारा 164 के अंतर्गत मेरा बयान भी दर्ज नही किया है। जबकि वर्ष 2015 मे इसी वीडियो को कांग्रेस द्वारा जांच कराने पर सही पाया गया था। इसे हाईकोर्ट से सटिर्फाइड भी किया गया था। पुलिस द्वारा आरोपियो के घर की तलाशी के बजाय गवाह के घर की तलाशी की बात करना बेहद आश्चर्यजनक है।