रायपुर। बीरगांव के वार्ड नंबर 25 में मंगलवार की रात कर्ज के बोझ तले दबे एक पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं पुत्र ने भी फांसी लगा ली थी लेकिन वह बच गया। घटना की सूचना पर मौके में पहुंची उरला पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मामले को जांच में लिया है।
क्या है पूरा मामला :
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वार्ड नंबर 15 बीरगांव निवासी मोहन साहू (45) अपनी पत्नी राधाबाई साहू (35) व 18 वर्षीय पुत्र के साथ रहता था। मोहन साहू नड्डा मुरकू बनाकर बेचने का काम करता था। बताया जाता है कि 4 माह पहले मोहन साहू ने मुरकू बनाने के लिए लोन लेकर साढ़े 4 लाख की मशीन खरीदी थी। वहीं घर का खर्च चलाने के लिए 2-3 लोगों से उधार पैसा लिया था और पटा नहीं पा रहा था। जिससे अधिक कर्ज होने से परेशान मोहन साहू ने अपने परिवार के साथ मिलकर आत्महत्या करने की योजना बनाई। योजनानुसार मोहन साहू और उसकी पत्नी राधा बाई व पुत्र रात्रि 2 बजे अलग-अलग कमरे में गए और नायलोन की रस्सी से फांसी लगा ली। इससे पति-पत्नी की मौत हो गई। वहीं पुत्र के गले में लगी रस्सी का फंदा छूट गया और उसका पैर जमीन पर टिक गया, जिससे वह बच गया। इसके बाद पुत्र ने इसकी जानकारी आसपास के लोगों को दी। घटना की सूचना पर मौके में पहुंची उरला पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।