प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से राज्य में जिन शिक्षकों को अप्वाइंट किया गया था, उनको अब राज्य सरकार मौका देगी। शनिवार को ये जानकारी कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पत्रकारवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि मार्च में ही प्लेसमेंट एजेंसियों की समय सीमा समाप्त हो रही है।
कैसे होगा शिक्षकों का चयन:
कृषि मंत्री चौबे की अगर मानें तो उसके बाद जिला प्रशासन और कलेक्टर तथा शिक्षा अधिकारी उनका चयन करेंगे। उसके बाद विषय से संबंधित शिक्षकों को मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन शिक्षकों को पैसा समय पर नहीं मिल पाता है जिसके कारण एग्रीमेंट के खत्म होते ही इन्हें सही मौका दिया जाएगा।
लोकसभा चुनावों में मिलेगा फायदा:
विधानसभा चुनावों के पहले भाजपा सरकार ने शिक्षकों को खूब सताया था। रायपुर के सप्रे शाला मैदान में लगातार दो महीने से भी ज्यादा समय तक इनकी हड़ताल चली थी। इस दौरान रायपुर आने -जाने के दौरान सड़क हादसे में कई शिक्षकों की मौत हो गई थी। इनमें कुछ की मौत तनाव में हार्ट अटैक के कारण भी हुई बताई ज रही है। इसके बाद मजबूरी में उन शिक्षकों को बिना शर्त अपना धरना समाप्त करना पड़ा था। जाते-जाते शिक्षकों ने कहा था कि राज्य सरकार हमारी नहीं सुन रही है। हम विधानसभा चुनाव में उसकी भी नहीं सुनेंगे। इसका सीधा नुकसान भाजपा को विधानसभा में मिला। अब भाजपा की इसी कमजोरी को कांग्रेस अपनी ताकत बनाने में जुटी है।