रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में लंबे समय से बड़े बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं, माना जा रहा है कि इन बदलावों का असर राज्यों की कांग्रेस कमेटियों में भी देखने को मिलेगा, क्योंकि कई नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारियां देने की बात चल रही है, जिसका असर छत्तीसगढ़ में भी हो सकता है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो दिग्गज नेता पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है, माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर दोनों नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी देने का मन बना चुकी है, इस बीच भूपेश बघेल गुरुवार को दिल्ली रवाना भी हो चुके हैं।
राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल की तैयारियों की चर्चा चल रही है. जिसमें सबसे अहम नाम पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का बताया जा रहा है. माना जा रहा है कि टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है, क्योंकि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा था, ऐसे में पार्टी अब दोनों स्तर पर बदलाव करने की तैयारी में हैं. माना जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस इन बदलावों पर मुहर लगा सकती है. हाल ही में छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा था कि अगला चुनाव टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में लड़ेंगे, महंत वहीं अब उनके प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाओं को बल मिल रहा है।
बता दें कि टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ की सरगुजा रियासत से संबंध रखते हैं, वह छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष और सरकार में मंत्री और उपमुख्यमंत्री की भूमिका निभा चुके हैं. माना जा रहा है कि पार्टी अब उन्हें राज्य में सक्रिए कर सकती है।
भूपेश बघेल बन सकते हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है, उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने की चर्चा है. क्योंकि बघेल पार्टी के कद्दावर ओबीसी नेता माने जाते हैं. माना जा रहा है कि बघेल आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं, जिसके बाद उनकी जिम्मेदारी तय हो सकती है. क्योंकि कांग्रेस बघेल को राष्ट्रीय स्तर पर ओबीसी वर्ग को लेकर बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में है. बघेल का प्रभाव हिंदी पट्टी के राज्यों में अच्छा माना जाता है और वह सियासी अनुभव भी रखते है ऐसे में वह कांग्रेस के लिए प्रभावी रणनीतिकार हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में समीकरण साधने की तैयारी
दरअसल, राजनीतिक जानकार मानते हैं कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में वैसे तो कई प्रभावी नेता हैं, लेकिन भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दो बड़े छत्रप माने जाते हैं, जिनका अपना छत्तीसगढ़ में अलग प्रभाव है. खास बात यह है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद दोनों नेताओं के बीच कई बार मनमुटाव की खबरें भी आई थी. 2023 के चुनाव के आखिरी कुछ महीनों में टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बना दिया गया था. लेकिन पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, ऐसे में कांग्रेस पार्टी दोनों नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी देकर खींचतान को खत्म करके एकता लाने की तैयारी में है।