- केजरीवाल पर पीएम का हमला, कहा- मैंने शीश महल नहीं बनाए, 4 करोड़ परिवारों को पक्का घर दिया
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का चुनाव फरवरी में होना है जिसके लिए अब सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा का शंखनाद किया। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 4500 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम ने दिल्ली के अशोक विहार में बने 1,675 फ्लैट्स का भी उद्घाटन किया। गरीबों के लिए नए घर का इनॉगरेशन करते हुए पीएम मोदी ने कहा- मैं भी शीशमहल बना सकता था। लेकिन मैंने कभी अपना घर नहीं बनाया, 10 सालों में 4 करोड़ गरीब परिवारों को पक्का घर दिया है। आज जिन्हें नए घर मिले हैं, यह उनके स्वाभिमान का घर है। आत्म सम्मान का घर है। ये नई आशा और नए सपनों का घर है। इसके अलावा पीएम ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ रुपए की 3 नई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इसमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन भी शामिल है।
2025 भारत के विकास के लिए अनेक नई संभावना लाई
प्रधानमंत्री ने कहा, “साल 2025 भारत के विकास के लिए अनेक नई संभावना लेकर आ रहा है। दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनने की तरफ हमारी आशा इस वर्ष और तेज होने वाली है। आज भारत दुनिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक बना है। साल 2025 में भारत की यह भूमिका और सशक्त होगी। यह वर्ष विश्व में भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को और सशक्त करने का वर्ष होगा। ये वर्ष भारत को दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का वर्ष होगा।
लोगों को आज झुग्गी की जगह अपना पक्का घर मिला
पीएम बोले आज जिन परियोजना का लोकार्पण हुआ, उनके गरीबों के लिए घर, स्कूल-कॉलेज के प्रोजेक्ट हैं। उन साथियों को, उन माताओं-बहनों को बधाई देता हूं, जिनकी अब नई जिंदगी एक तरह से शुरू हो रही है। झुग्गी की जगह पक्का घर, किराए के घर की जगह अपना घर मिल रहा है। ये नई शुरुआत ही तो है।
मैं भी किसी की तरह शीश महल बना सकता था
पीएम ने कहा की बच्चों से मिला, लाभार्थियों से मिला। उनके सपने स्वाभिमान अपार्टमेंट से भी ऊंचे थे। ये सभी मेरे परिवार के सदस्य हैं। देश जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर ,नहीं बनाया। लेकिन बीते वर्षों में 4 करोड़ से ज्यादा गरीबों के घरों का सपना पूरा किया है। मैं भी कोई शीश महल बना सकता था। मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले, मेरा यह सपना था। आप जब भी लोगों के बीच जाएं, उनसे मिलें और अभी भी जो लोग झुग्गी में रहते हैं, मेरी तरफ से उन्हें वादा करके आना। मेरे लिए आप ही मोदी हैं। आज नहीं तो कल उनके लिए पक्का घर बनेगा मिलेगा।”
इमरजेंसी में अशोक विहार मेरा ठिकाना था
प्रधानमंत्री ने कहा, “पुरानी यादें यहां पर ताजा हो रही हैं। जब आपातकाल का समय था, इंदिरागांधी की तानाशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे, उस समय मेरे जैसे बहुत साथी अंडरग्राउंड मोमेंट का हिस्सा थे। उस वक्त अशोक विहार मेरे रहने का स्थान हुआ करता था। साथियों आज पूरा देश विकसित भारत के निर्माण में जुटा है।
गरीबों के लिए एक करोड़ नए घर और बनेंगे
प्रधानमंत्री बोले, “गरीबों के घरों में हर वो सुविधा हो, जो बेहतर जीवन के लिए जरूरी है। यही तो गरीब का स्वाभिमान जगाता है। विश्वास बढ़ाता है। हम यहीं रुकने वाले नहीं हैं। अभी दिल्ली में करीब 3 हजार ऐसे ही और घरों के निर्माण का काम कुछ ही समय में पूुरा होने वाला है। अगले चरण में शहरी गरीबों के लिए एक करोड़ नए घर बनने वाले हैं। केंद्र मदद देगी। साल में जिनकी आय 9 लाख से कम है, उन परिवारों को इस योजना का फायदा होगा।
नई शिक्षा नीति में गरीब बच्चों का लाभ
मोदी ने कहा, “हमें सिर्फ बच्चों को पढ़ाना नहीं है। बल्कि वर्तमान और भविष्य की जरूरतों के लिए नई पीढ़ी को तैयार भी करना है। नई नेशनल एजुकेशनल पॉलिसी में इसका ध्यान रखा गया है। गरीब का बच्चा हो, मध्यम परिवार की संतान हो, उनको नए अवसर देने वाली नीति पर हम चल रहे हैं। गरीब परिवारों के बच्चों के सपने डॉक्टर और वकील बनाने का होता है। अंग्रेजी स्कूल में पढ़ा पाना इन परिवारों के लिए आसान नहीं। मध्यम-गरीब वर्ग परिवार के बच्चे अंग्रेजी के अभाव में डॉक्टर-इंजीनियर न बन पाएं। आपके सेवक ने काम किया है, ये बच्चे अपनी मातृभाषा में पढ़कर डॉक्टर और इंजीनियर भी बन सकता है। बड़ी से बड़ी अदालत में मुकदमा लड़ सकता है।”