एडिलेड। पर्थ में पहला टेस्ट जीतने के बाद अब टीम इंडिया का काफिला एडिलेड पहुंच चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने पिंक बॉल टेस्ट के लिए प्लेइंग-11 का ऐलान कर दिया है और अब सब की नजर टीम इंडिया की प्लेइंग-11 पर है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल की वापसी के साथ टीम इंडिया और अधिक मजबूत हो गई है, लेकिन एक नया टीम कॉम्बिनेशन तैयार करना कोच गौतम गंभीर के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
इस बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गुरुवार को केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की सलामी जोड़ी की सराहना करने हुए कहा कि एडिलेड में भी हमारी ओपनिंग जोड़ी यही होगी।
शुक्रवार से एडिलेड ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे गुलाबी गेंद टेस्ट में पारी की शुरुआत इन दोनों बल्लेबाजों के कंधों पर ही रहेगी। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में राहुल और जायसवाल ने टीम की जीत की नींव रखी थी।
रोहित ने गुरुवार को प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, केएल (एडिलेड में) ओपनिंग करेंगे। जायसवाल के साथ उनकी साझेदारी ने उस पहले टेस्ट की जीत में अहम भूमिका निभाई। जिस तरह से उन्होंने भारत के बाहर बल्लेबाजी की है, वह इसके हकदार हैं। मैं मध्यक्रम में कहीं बल्लेबाजी करूंगा। यह काफी सरल निर्णय था। व्यक्तिगत रूप से, यह आसान नहीं था (बल्लेबाज के तौर पर) लेकिन टीम के लिए यह एक आसान निर्णय था।
पारिवारिक कारणों के चलते रोहित शर्मा पहले टेस्ट मैच से बाहर थे। उनकी अनुपस्थिति में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने टीम की अगुवाई की जबकि नीतीश कुमार रेड्डी और हर्षित राणा ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया।
रोहित एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट में बतौर ओपनर अपने नियमित स्थान पर नहीं खेलेंगे। पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से हार के बाद उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी सवालों के घेरे में आ गई थी।
पिछली छह पारियों में उन्होंने एक अर्धशतक सहित केवल 93 रन बनाए। इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 15.16 रहा जो तीन या उससे ज्यादा टेस्ट मैच की सीरीज में उनका सबसे खराब औसत है।
पिछले सप्ताह कैनबरा के मनुका ओवल में ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर्स 11 के खिलाफ खेले गए सीमित ओवरों के गुलाबी गेंद के अभ्यास मैच में टीम के प्रदर्शन से रोहित संतुष्ट दिखे।