मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 4 दिन बाद तक महायुति में मुख्यमंत्री नाम को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर अड़े हैं तो शिंदे सेना एकनाथ शिंदे का नाम आगे कर रही है।भाजपा आज अपने पर्यवेक्षकों को महाराष्ट्र भेजेगी। माना जा रहा है कि विधायकों से चर्चा के बाद आज ही मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जा सकता है।
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा, हमारा मानना है कि शिंदे को मुख्यमंत्री होना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे बिहार में भाजपा ने संख्याबल को नहीं देखा और फिर भी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया। महाराष्ट्र में महायुति के वरिष्ठ नेता अंतत: निर्णय लेंगे।बता दें कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सत्ता में है। भाजपा के पास ज्यादा विधायक होने के बावजूद जेडीयू के नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, बिहार में लागू मॉडल महाराष्ट्र के लिए सही नहीं है। बिहार में भाजपा ने चुनाव से पहले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था और उसका सम्मान भी किया। महाराष्ट्र में ऐसी प्रतिबद्धता की कोई वजह नहीं है, क्योंकि हमारे पास मजबूत संगठनात्मक आधार और नेतृत्व है। शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव के दौरान यही कहा था कि मुख्यमंत्री पर फैसला चुनावी नतीजों के आधार पर होगा।
शिंदे को झटका अजित पवार की ओर से भी लगा है। अजित खुद मुख्यमंत्री पद के दौड़ से बाहर हो गए हैं और फडणवीस का समर्थन कर दिया है।वहीं, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे को 2 कदम पीछे जाना चाहिए। जैसे 2022 में फडणवीस 4 कदम पीछे गए थे और उन्होंने उनके नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया था। ऐसे ही शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनना चाहिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिंदे ने मुख्यमंत्री न बनाए जाने की स्थिति में राज्य का गृह मंत्रालय मांगा है।कथित तौर पर यह मांग फडणवीस के साथ शिंदे खेमे के नेताओं की बैठक के दौरान रखी गई है।इस बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि शिंदे उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, चुनाव शिंदे के चेहरे पर लड़ा गया। इस बात को फडणवीस और भाजपा नेता भी मानते हैं। इसलिए शिंदे मुख्यमंत्री बनने के योग्य हैं।
महाराष्ट्र में एक मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री का फार्मूला तय किया गया है।अगर मुख्यमंत्री भाजपा का रहा तो उपमुख्यमंत्री का पद शिंदे और अजित को मिल सकता है। अजित का उपमुख्यमंत्री बनना तय है, लेकिन क्या शिंदे इस पद को स्वीकार करेंगे?रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर मुख्यमंत्री नहीं बनाए गए तो शिंदे उपमुख्यमंत्री पद से भी इनकार कर सकते हैं। वे अपनी पार्टी के किसी दूसरे नेता को ये जिम्मेदारी दे सकते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावी नतीजों में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के महायुति गठबंधन ने 230 सीटें जीती हैं।भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। सबसे ज्यादा सीटें मिलने की वजह से मुख्यमंत्री पद पर भाजपा की दावेदारी सबसे मजबूत है।वहीं, विपक्षी महा विकास अघाड़ी में शिवसेना (उद्धव) को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (शरद) को 10 सीटें मिली हैं।