सप्रे शाला हाल में रविवार को शाम 4 से 5 बजे
रायपुर। वरिष्ठ पत्रकार व रायपुर प्रेस क्लब के संस्थापक सदस्य रहे स्व.गोपाल वोरा की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा 24 नवंबर, रविवार को सप्रे शाला हाल, बूढ़ापारा में शाम को 4 से 5 बजे के मध्य रखी गई है। अपनो के बीच शब्दांजलि देने रायपुर प्रेस क्लब,भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन व श्री रायपुर पुष्टिकर ब्राम्हण समाज के द्वारा संयुक्त रूप से इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। 50 वर्षों से अधिक लगातार एक पत्रकार के रूप में पत्रकारिता को जीने वाले स्व.गोपाल वोरा को आइए हम सब मिलकर अपने शब्दों से श्रद्धांजलि अर्पित करें।
गोपाल वोरा…एक परिचय
नाम – गोपाल वोरा
पिता- स्व.फागनदास वोरा
शिक्षा -स्नातक बी. कॉम
जन्म- 15 अगस्त 1946
निवास – बूढ़ापारा, रायपुर (छ.ग.)
व्यवसाय – पत्रकारिता एक मात्र आजीविका
अनुभव
50 वर्षों से अधिक हिन्दी पत्रकारिता में सतत सक्रिय
संपादक दैनिक अग्रदूत, रायपुर में 12 वर्षों तक
हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश नवभारत हिन्दी दैनिक रायपुर से
दैनिक अखबारों में
नवभारत रायपुर में 1964 से 1978 तक
देशबन्धु रायपुर में 1985 से 1990
युगधर्म में पांच वर्ष कार्य किया
पत्रकारिता के अंतिम दिनों में और सर्वाधिक समय तक लोकमत समाचार नागपुर के छत्तीसगढ़ राज्य ब्यूरो प्रमुख के रुप में कार्यरत।
अखिल भारतीय अखबारों का प्रतिनिधित्व
जनसत्ता नई दिल्ली – रायपुर के संवाददाता 1983 से 1986 तक
दैनिक हिंदुस्तान में 2000 से 2007 तक
राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं में
रविवार
शिखरवार्ता, भोपाल
समाचार लोक, रायपुर में स्वतंत्र लेख
विशेष रुचि
वरिष्ठ साहित्यकारों, राजनेताओं से विशेष भेंटवार्ता लेना, रिपोर्टिंग और डेस्क में कार्य करने का दीर्घ अनुभव
विशेष टिप्पणी
हिन्दी के महान साहित्यकार फादर कामिल बुल्के, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, ख्यातिनाम कवि एवं साहित्यकार शिवमंगल सिंह सुमन, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी से विशेष भेंटवार्ता नवभारत में प्रकाशित, भूदान आंदोलन के प्रणेता विनोबाभावे से अंबिकापुर – सरगुजा प्रवास पर एक घंटे की विशेष भेंट, स्वामी आत्मानंद विवेकानंद आश्रम रायपुर के साथ लंबा साक्षात्कार ।