नंदुरबार। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी गुरुवार को महाराष्ट्र के नंदुरबार में थे। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। यहां उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा है कि दो विचारधाराओं और दो सोच की टक्कर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मैं जनता के बीच जो संविधान दिखाता हूं वह खाली है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि संविधान उनके लिए खाली है क्योंकि उन्हें पता नहीं है कि संविधान के अंदर क्या लिखा है। राहुल गांधी ने कहा, मुझे लाल रंग से फर्क नहीं पड़ता है। संविधान के अंदर जो लिखा है इसके लिए मैं जान देने के लिए तैयार हैं।
इंडी एलायंस संविधान की रक्षा कर रही है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि संविधान खोखला नहीं है। इसमें बिरसा मुंडा, भगवान बुद्ध, गांधी, फुले की सोच है। इस संविधान में हिंदुस्तान का ज्ञान है, देश की आत्मा है। जब पीएम नरेंद्र मोदी संविधान को खोखला कहते हैं, तो वे बिरसा मुंडा जी, भगवान बुद्ध, गांधी जी, फुले जी, अंबेडकर जी का अपमान करते हैं। संविधान में आपको ‘आदिवासी’ नाम दिया गया है। लेकिन भाजपा-आरएसएस के लोग आपको ‘वनवासी’ कहते हैं। आदिवासी और वनवासी में बहुत बड़ा फर्क है। आदिवासी का मतलब – हिंदुस्तान के पहले मालिक। वनवासी का मतलब जल, जंगल, जमीन पर आपका कोई अधिकार नहीं है। आपके इसी अधिकार को बचाने के लिए बिरसा मुंडा जी अंग्रेजों से लड़े थे। आज यही सोच लेकर नरेंद्र मोदी और भाजपा के लोग घूम रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि महाराष्ट्र की सरकार यहां के प्रोजेक्ट्स को दूसरे प्रदेश में भेजती है, इस कारण यहां के लोगों को नौकरी करने दूसरे राज्य में जाना पड़ता है। महाराष्ट्र सरकार ने करीब 5 लाख रोजगार छीन लिए। यही कारण है कि यहां के युवा बेरोजगार हैं। लेकिन हमारी सरकार ऐसा नहीं होने देगी। जो प्रोजेक्ट गुजरात का है, वो उनका रहेगा और जो महाराष्ट्र का है, वो यहां से कहीं और नहीं जाएगा।