रायपुर। राज्य सरकार ने राज्य अलंकरण पुरस्कारों से हस्तियों को पुरस्कृत किया। इस वर्ष कुल 36 प्रमुख व्यक्तियों को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सम्मान में सम्मानित किया गया। समाजसेवी सुभाष अग्रवाल को दानवीर भामाशाह सम्मान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दिया गया। यह जानकर ख़ुशी होता है कि यही सम्मान उनके पिताश्री स्व. निरंजन लाल अग्रवाल को भी प्राप्त हुआ था। यह पुरस्कार न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि समाज में उनके द्वारा किए गए योगदान को भी उजागर करता है।वंदना ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज के निदेशक सुभाष अग्रवाल को दानशीलता, सौहार्द एवं अनुकरणीय सहायता के लिए पुरस्कार दिया गया। सुभाष अग्रवाल ने अपने पिता की प्रेरणा से समाज सेवा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने गंगा डायग्नोस्टिक सेंटर अस्पताल की स्थापना की, जहां लगभग नि:शुल्क परीक्षण और उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। यह अस्पताल समाज के गरीब वर्ग के लिए एक आशा की किरण साबित हुआ है। सुभाष अग्रवाल ने गरीबों के लिए वातानुकूलित अपना घर आश्रम की भी स्थापना की है, जिससे जरूरतमंदों को एक सुरक्षित आवास मिल सके। उनके द्वारा किए गए ये प्रयास समाज में सहानुभूति, सहायता और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा देते हैं। उनकी ये अनुकरणीय सेवाएं समाज के प्रति उनके समर्पण और दानशीलता का परिचायक हैं।डोंगरगढ़ के शशिकांत द्विवेदी को सहकारिता के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए ठाकुर प्यारेलाल सिंह सम्मान देने की घोषणा की गई है। यह सम्मान उनके द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है और उनके प्रयासों को सराहता है। इसके अलावा, उन्होंने वीआईपी रोड पर स्थित वातानुकूलित निरंजन धर्मशाला की भी शुरुआत की, जो पहले आओ—पहले पाओ के आधार पर बुक की जाती है। इस धर्मशाला का उद्देश्य जरूरतमंदों को आरामदायक आवास प्रदान करना है। वंदना ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के निदेशक सुभाष अग्रवाल को उनकी दानशीलता, सौहार्द और अनुकरणीय सहायता के लिए एक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।