रायपुर। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां सरकार ने शपथ लेने के साथ ही राज्य के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का ऐलान किया था। उसके लिए नवंबर-2024 का टाईमलाइन तय किया गया था। हालांकि, फरवरी में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई। इस वजह से विजन डॉक्यूमेंट का काम गति नहीं पकड़ पाया। चुनाव के बाद मई से इसमें तेजी लाई। मुख्यमंत्री ने वित्त और योजना मंत्री ओपी चौधरी को इसका दायित्व सौंपा और दिन-रात के अथक प्रयासों से छह महीने में विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का करिश्मा कर डाला योजना विभाग ने।
सीएस को बनाया उपाध्यक्ष
विजन डॉक्यूमेंट 2047 का चूकि नवंबर में लोकार्पण कराना था, इसलिए तेजी से काम करने के लिए सरकार ने चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन को राज्य नीति आयोग के उपाध्यक्ष की अतिरिक्त जवाबदेही सौंपी। चीफ सिकरेट्री के हाथों में नीति आयोग की कमान आने के बाद विजन डॉक्यूमेंट का काम रफ्तार पकड़ा। मुख्य सचिव ने सारे विभागों के सचिवों को इसमें लगाया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त, योजना मंत्री ओपी चौघरी लगातार इसका रिव्यू करते रहे। और नवंबर शुरू होने से पहले ही अक्टूबर लास्ट में विजन डॉक्यूमेंट 2047 तैयार हो गया। कैबिनेट में इस पर मुहर भी लग गई।
देश का दूसरा राज्य?
जानकारों के अनुसार इस समय गुजरात ने विजन डॉक्यूमेंट बनाया है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार में बनाने की तैयारी चल रही है। जाहिर है, दिसंबर 2013 में छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, राजस्थान में नई सरकार गठित हुई थी। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के तर्ज पर बीजेपी शासित राज्यों ने विजन डॉक्यूमेंट 2047 बनाने की पहल की। मगर छत्तीसगढ़ इन राज्यों को छोड़ आगे निकल गया। बिहार में पिछले कई महीन से इस पर काम चल रहा है। मगर अभी कुछ फायनल नहीं हुआ है।
23 साल में छत्तीसगढ़ को बदलने की कवायद
दिसंबर 2023 में छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, राजस्थान में नई सरकार गठित हुई थी। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के तर्ज पर बीजेपी शासित राज्यों ने विजन डॉक्यूमेंट 2047 बनाने की पहल की। मगर छत्तीसगढ़ इन राज्यों को छोड़ आगे निकल गया। बिहार में पिछले कई महीन से इस पर काम चल रहा है। मगर अभी कुछ फायनल नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ को बदलने की कवायद
जनकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के विजन डॉक्यूमेंट बाकी राज्यों से अलग इसलिए रहेगा क्योंकि सचिवों की टीम इसमें लगाई गई थी, इसके अलावे देश की बेस्ट एजेंसियों को इसका काम सौंपा गया। विजन डॉक्यूमेंट के लिए हर वर्ग के लोगों से राय ली गई। लोगों से मिलने वाले अहम फीडबैकों को इसमें शामिल किया गया। योजना विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विजन डॉक्यूमेंट ऐसा बनाया गया है कि हर पांच साल में इसका रिजल्ट दिखेगा। आजादी के सौ साल पूरे होने के साल 2047 में छत्तीसगढ़ का नक्शा कुछ और होगा।
सिर्फ अमीरी नहीं
विजन डॉक्यूमेंट में सिर्फ छत्तीसगढ़ को अमीर राज्य बनाने की परिकल्पना नहीं है। बल्कि संस्कृतियों को सहेजने पर भी पूरा ध्यान दिया गया है। बस्तर के आदिवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें संस्कृति को अक्षुण्ण बनाने का प्रयास किया जाएगा।
पीएम मोदी से विमोचन?
चूकि विजन डॉक्यूमेंट बनाने वाला छत्तीसगढ़ दूसरा राज्य है और पीएम मोदी भी यही चाहते हैं। इसलिए कोशिश है कि प्रधानमंत्री के हाथों ही इसका विमोचन किया जाए। 15 नवंबर को प्रधानमंत्री का छत्तीसगढ़ दौरा होने का संकेत मिला था। मगर बाद में उनका बिहार में कार्यक्रत तय हो गया। पता चला है, सरकार अब कोशिश करेगी फिर से पीएम का टाईम लिया जाए। वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित करने का भी सरकार प्रयास कर सकती है।