ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने देश की स्थिति बिगड़ने के बाद भारत (India) में शरण ली हुई हैं। वह उत्तर प्रदेश में हिंडन एयर फोर्स बेस के पास एक सुरक्षित स्थान पर रह रही थीं। अब उनका पता बदल चुका है। शेख हसीना अब मध्य दिल्ली में इंडिया गेट और खान मार्केट के पास एक सुरक्षित बंगले में रह रही हैं। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को कई स्तरों की सुरक्षा दी गई है।
अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि शेख हसीना हिंडन से शिफ्ट होने के बाद लुटियंस दिल्ली में रह रही हैं। पिछले महीने की एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि उन्हें लोधी गार्डन में देखा गया था। आपको बता दें कि यह जगह दिल्ली के लोगों के लिए मॉर्निंग वॉक के लिए अच्छी जगह है।
अधिकारियों ने कहा कि उनका नया निवास एक खुफिया ब्यूरो (आईबी) का सुरक्षित घर है। उन्होंने शेख हसीना की जान को खतरा बताते हुए सटीक स्थान का खुलासा न करने को कहा। आपको बता दें कि शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में गिरफ्तारी वारंट भी है।
आपको बता दें कि मध्य दिल्ली में सुरक्षित घरों की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा घेरे की देखभाल केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों द्वारा की जाती है। दिल्ली पुलिस की कमांडो यूनिट आने-जाने वालों पर नजर रखते हैं। संदिग्ध गतिविधियों और लोगों पर नजर रखने के लिए बंगलों के आसपास तैनात किए जाते हैं। एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर को कुछ दिनों के लिए आईबी और विदेश मंत्रालय (एमईए) के अधिकारियों के साथ जोड़ा गया था।
उन्होंने कहा, “सब-इंस्पेक्टर को बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि अपने निजी और पेशेवर हलकों में किसी को भी गुप्त ऑपरेशन और सुरक्षित घर के पते के बारे में विवरण न बताएं। एसआई से कहा गया था कि अगर दिल्ली पुलिस प्रमुख या उनका कोई अधिकारी इसके लिए कहे तो भी उसे कोई जानकारी नहीं देनी चाहिए। एसआई को दो या तीन दिन बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल से हटा दिया गया, क्योंकि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली थी।
आपको बता दें कि शेख हसीना की बेटी साइमा वाजिद दिल्ली में रहती हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की क्षेत्रीय निदेशक हैं। उनको भी दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कवर प्रदान किया था। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो महीनों में दोनों की मुलाकात कड़ी और गुप्त सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत कई बार हुई है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी शेख हसीना का पता दिल्ली में रहा है। 1975 में अपने पिता की हत्या के बाद हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना भारत भाग गईं और छह साल तक पंडारा रोड पर एक घर में रहीं।