झाँसी। नगर में वर्षायोग कर रहे आचार्य श्री विशद सागर जी महाराज ससंघ (6 पिछी) के संघस्थ ब्रह्मचारी श्री मुकेश भैया जी (दिल्ली) की दीक्षा 11 अक्टूबर 2024 को आचार्य श्री विशद सागर जी महराज के कर कमलों से दीनदयाल सभागार झाँसी में होना है ।
भैया जी के पुण्य की अनुमोदना करने एवं उनके सम्मान में भैया जी की गोद भराई का आगाज श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर दीनदयालनगर झाँसी से हुआ ।
भैया जी के दीनदयालनगर जैन मंदिर जी पहुँचने पर दीनदयालनगर जैन समाज के साथ साथ नगरा, कैलाश रेजिडेन्सी एवं झाँसी जैन समाज के कई साधर्मी बंधुओं ने भैया जी की आगवानी की । महिला मंडल द्वारा चौक पूर कर तैयार किये गये मंच पर भैया जी विराजमान हुये ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ णमोकर मंत्र के सामूहिक पाठ से हुआ ।
सर्वप्रथम मुकुट एवं हार पहनाकर भैया जी का सम्मान किया गया । सिंघई नवीन बाबू जैन ने भैया जी का परिचय देते हुए बताया कि भैया जी शंकरगढ़ दिल्ली के रहने वाले हैं और लगभग 5 वर्षों से आचार्य श्री के साथ हैं । वैराग्य के बीज तो इनके अंतस में बहुत पहले से ही थे जो आज अंकुरित हो रहे हैं । तत्पश्चात दीक्षार्थी मुकेश भैया जी ने वैराग्य के बारे अपने संस्मरण साझा किये । दीक्षा कार्यक्रम के संयोजक श्री विनोद जी ठेकेदार ने अपने उद्बोधन में पूरे दीक्षा कार्यक्रम को भव्यतापूर्वक कराने की आश्वाशन दिया । श्री संजय जी कर्नल ने सभी से सहभागिता निभाने का आह्वान किया। इंजी. विमल जी ने कहा की ये झाँसी नगर का सौभाग्य है कि मुनि दीक्षा का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। श्री प्रमोद जी वैरायटी एवं श्री राजेश जी ने भैया जी के वैराग्य की प्रशंसा करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहने की कामना की, श्रीमती महिमा जी ने अपने उद्बोधन में भैया जी की दीक्षा की अनुमोदना करते हुए कहा कि मोक्ष का मार्ग उन्हें कठिन नहीं लगता है जिन्हें मोक्ष से प्रेम होता है । भैया जी आँखों की चमक उनकी अंतरंग की प्रसन्नता व्यक्त कर रही है। ब्रह्मचारी श्री पारस भैया जी ने सभी को दीक्षा कार्यक्रम में उपस्थित रहने का नियम दिलाकर पंचम काल का महान आश्चर्य दीक्षा की महिमा पर प्रकाश डाला ।
इसके बाद सभी ने भैया जी की गोद भराई कर स्वयं को धन्य माना ।
कार्यक्रम का संचालन सिंघई नवीन बाबू जैन ने किया । उपस्थित महानुभवों का सम्मान सी पी जैन एवं प्रदीप जी द्वारा किया गया एवं आभार श्री ऋषभ जी ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में श्री प्रवीण जी उरई, श्री प्रवीण जी इटावा, श्री राजीव जी , श्री राजेश जी रेलवे, श्री सौरभ जी, श्री अनिल जी, डा. सचिन जी वैद्यनाथ, श्री दिनेश जी वक्सा वाले, श्री निर्मल जी, श्रीआशीष जी नगरा, श्री अशोक जी नगरा, श्री महेन्द्र जी रेलवे, श्री नवीन जी नगरा, श्री शिवम् जी, श्रीमती अनीता, श्रीमती किमी, श्रीमती नम्रता,अनुप्रेक्षा, श्रीमती आशा, श्रीमती ममता, श्रीमती निशा, श्रीमती राखी, श्रीमती नीरू, श्रीमती रेनू, श्रीमती अंशू, श्रीमती सीमा, श्रीमती स्मृति, सजल, गर्विता, आदि उपस्थित रहे ।