नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा समाप्त करने और स्थायी शांति लाने के लिए बुधवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में केंद्र, त्रिपुरा सरकार और राज्य के दो उग्रवादी समूहों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस दौरान त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, गृह मंत्रालय और त्रिपुरा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
गृह मंत्रालय ने इस बाबत आधिकारिक बयान भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में नई दिल्ली में भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार व नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के प्रतिनिधियों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
बयान में कहा गया है कि गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उग्रवाद, हिंसा और संघर्ष से मुक्त विकसित पूर्वोत्तर के सपने को पूरा करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने के लिए 12 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से तीन त्रिपुरा से संबंधित हैं। मोदी सरकार ने कई समझौते किए, जिनके कारण करीब 10,000 लोग हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।