रायपुर। नेहरू युवा केंद्र रायपुर छत्तीसगढ़, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार व छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में रायपुर के बोरिया खुर्द, डुंडा, लालपुर, रोहिणिपुरम, मोतिबाग़ सहित 6 जगह एचआईव्ही एड्स एवं उसके रोकथाम पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया जिसमे 600 से अधिक युवा एवं 50 से अधिक युवा मंडलो को सही जानकारी एवं उपाय बता कर जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम में युवाओं को यौन जनित संक्रमणों के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के साथ ही एचआईव्ही, एड्स के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी गयी कार्यक्रम में बताया गया कि एच आई व्ही संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने, संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित इंजेक्शन लगाने व संक्रमित माता-पिता से होने वाले सन्तान को एचआईव्ही व यौन सम्बंधित बीमारी होने का खतरा होता है । इस बीमारी से बचने के लिए युवाओं के पास सही व सम्पूर्ण जानकारी होना जरूरी है । कार्यक्रम में इस बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए शासन द्वारा प्रदत्त सेवाओं की भी विस्तृत जानकारी युवाओं को दी गयी । जिला अस्पताल समेत विकासखण्ड स्तर पर भी सीएचसी में आई सी टी सी केंद्र स्थापित है, जहां जाकर एचआईवी के सम्बंध में विस्तृत जानकारी ली जा सकती है ।
इसके अलावा यौन जनित संक्रमणों व जननांगों की अन्य समस्याओं के निदान व जानकारी के लिए जिला अस्पताल में सुरक्षा क्लिनिक स्थापित है। युवाओं को नेशनल हेल्प लाइन नम्बर 1097 एवं मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गयी । कार्यक्रम के दौरान युवाओं को प्रोजेक्टर पर लघु फिल्मों का प्रसारण करके दिखाया गया व पीपीटी के माध्यम से चित्र समेत जानकारियां दी गईं । युवाओं को सम्बन्धित विषय की पम्फलेट भी वितरित की गई । इसके साथ ही युवाओं ने चित्रकारी और रंगोली के माध्यम से एचआईवी एड्स पर अन्य युवाओ और आम जनों को जागरूक किया ।
नेहरू युवा केंद्र, रायपुर के ज़िला युवा अधिकारी, अर्पित तिवारी, ने बताया की युवाओं के पास सही और सशक्त जानकारी होने बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया की एड्स जैसी जानलेवा बीमारी की रोकथाम के लिए नई युवा पीढ़ी की सक्रीय भूमिका होना जरूरी है।
दुर्गा कॉलेज की सहायक प्राध्यापक, सुनीता चांसोरिया ने युवाओं को प्रेरित करते हुए एचआईवी रोकथाम से संबंधित जानकारी साझा की । कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों की विशेष भूमिका रही ।