- डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार जवान शहीद।
- कैप्टन थापा के चाचा योगेश थापा ने जम्मू में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर चिंता जाहिर की।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डोडा में बीती रात सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार जवान शहीद हो गए। शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा की मौत पर उनके परिवार ने शोक व्यक्त किया है।
परिवार ने बयां किया दर्द
कैप्टन थापा के चाचा ने दर्द बयां करते हुए कहा कि लोगों के लिए यह कहना आसान है कि अधिकारी ने देश के लिए अपना बलिदान दिया, लेकिन परिवार इस क्षति को कभी नहीं झेल पाएगा।
केंद्र को एक्शन लेना होगा
कैप्टन थापा (Doda Terrorist Attack) के चाचा योगेश थापा ने इसी के साथ हाल ही में जम्मू में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर चिंता जाहिर की। योगेश थापा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को अब एक्शन में आना ही होगा, ऐसे नहीं चलेगा। सुरक्षा बलों पर बार-बार हमले हो रहे हैं अब तक उनपर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।
शव के आने का इंतजार
कैप्टन ब्रिजेश थापा के चाचा ने आगे कहा कि हम शव के आने का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद हम पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जाएंगे। थापा के माता-पिता दार्जिलिंग में ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि वह पांच साल से सेना में भर्ती था और उनका लालन-पालन सेना के इलाकों में हुआ है, क्योंकि उनके पिता सेना में कर्नल हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कल तक शव सौंप दिया जाएगा।
बीती शाम हुई थी मुठभेड़
बता दें कि मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सेना के जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के एक संयुक्त दल ने सोमवार शाम करीब देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था।