दिल्ली | नरेंद्र मोदी को एनडीए के संसदीय दल की मीटिंग में नेता चुन लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम अगले 10 सालों में देश को तेजी से विकास के रास्ते पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं अगले 10 साल वाली बात बहुत जिम्मेदारी से कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हम देश में गुड गवर्नेंस की बात करते हैं। हमारी इच्छा है कि देश के आम नागरिकों के जीवन में सरकार का दखल कम से कम हो। इस तरह 10 साल की बात करके नरेंद्र मोदी ने 2029 के आम चुनाव में भी भाजपा की जीत का टारगेट दे दिया। बता दें कि मोदी को नेता चुने जाने के दौरान उनकी नीतीश कुमार, चंद्रबाबू जैसे नेताओं ने भी खूब तारीफ की है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे लिए खुशी का मौका है कि इतने लोगों का स्वागत करने का मौका मिला है। रात-दिन जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया है, उसके लिए मैं उन्हें सिर झुकाकर प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि 2019 में जब मैं यहां बोल रहा था और आपने मुझे चुना था तो मैं एक शब्द विश्वास पर बल दिया था। अब फिर से जब आपने मुझे जिम्मेदारी है तो इसका अर्थ है कि हमारे बीच विश्वास कायम है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह विश्वास ही सबसे बड़ी पूंजी होता है। यह पल मेरे लिए भावुक करने वाले भी हैं। आप सबका मैं जितना धन्यवाद करूं, उतना कम है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत कम लोग इस बात की चर्चा करते हैं, लेकिन एनडीए को देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाने का मौका दिया है। हमारा यह गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की असली भावना का प्रतिनिधित्व करता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के 10 आदिवासी बहुल राज्यों में से 7 में हमारी सरकार है। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन हिन्दुस्तान के राजनीतिक इतिहास में इतना सफल कभी नहीं हुआ है, जितना एनडीए हुआ है। मोदी ने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी होता है, लेकिन देश के लिए सर्वमत जरूरी है। मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि हम सर्वमत का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए को करीब तीन दशक हो चुके हैं। यह कोई सामान्य घटना नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए गठबंधन ने तीन टर्म पूरे किए हैं और अब चौथा शुरू हो रहा है। राजनीति के जो विश्लेषक हैं, वे मुक्त मन से सोचेंगे तो पाएंगे कि यह एनडीए सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है बल्कि राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से आने वाले लोगों का समूह है। पीएम मोदी ने इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बालासाहेब ठाकरे, जॉर्ज फर्नांडिस जैसे नेताओं को याद किया। उन्होंने कहा कि हमारी यह विरासत है, जिस पर हमें गर्व है।