- ग्रामीण इलाकों में जागरूकता हेतु चलाए जाएं विशेष अभियान: कलेक्टर
- खुर्सीपार और सिरसागेट पर यातायात दबाव कम करने बनेंगे फ्लाई ओवर, भेजा गया प्रस्ताव
- कोसानाला पुराने टोल की जल्द बदलेगी सूरत, एनएच से जुडऩे वाली सडक़ों का सर्विस लेने से जुड़ी तकनीकी खामियां होंगी दूर
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय सडक़ सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सडक़ों पर हुई दुर्घटनाओं की रोड, थाना तथा सडक़वार रिर्पोट्स की गहन समीक्षा की तथा चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स पर सुधारात्मक कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले की सडक़ों में यातायात सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए विभिन्न सुझावों पर विमर्श कर कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। इसमें विशेष रूप से सडक़ों से अवैध कब्जे हटाना, प्रकाश व्यवस्था, संकेतक, रोड मार्किंग व गति नियंत्रक बोर्ड लगाना आदि शामिल है। कलेक्टर ने जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में यातायात जागरूकता बढ़ाने तथा नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने जनवरी 2024 से अप्रैल 2024 तक सडक़ दुर्घटनाओं की रोड, समय एवं वाहन वार समीक्षा की। डीएसपी यातायात सतीश ठाकुर ने बताया कि जनवरी माह की अपेक्षा लगातार दुर्घटनाओं में कमी हुई है। सडक़ों पर सुधार कार्य निरंतर जारी है। इसके अलावा जिले के ग्रामीण थानों में सडक़ दुर्घटनाएं अधिक हो रही है। उन्होंने यह भी स्पस्ट किया कि ज्यादातर दुर्घटनाएं शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच होती है एवं 3 बजे से 6 बजे तक दुर्घटनाओं की अधिक संभावना होती है। रिपोट्र्स के अनुसार दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण जागरूकता की कमी और शराब का सेवन एवं लापरवाही कर वाहन चलाना है। उन्होंने यह भी बताया कि सडक़ों पर ब्लैक स्पॉट्स को कम करने कोशिश लगातार जारी है। इस कड़ी में रसमड़ा चौक से राजवाड़ा ढाबा तक में चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स के सुधार हेतु संकेतक बोर्ड, गति नियंत्रक बोर्ड, कैट्स आई, रोड मार्किंग, रम्बलर एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही रसमड़ा बस्ती की ओर जाने वाली सडक़ पर रम्बलर और संकेतक बोर्ड लगाने का कार्य जारी है। स्मृति नगर बोगदा पुलिया से डी-मार्ट एवं अरोग्यम हॉस्पिटल तक दोनों ओर सर्विस लेन बनाने का प्रस्ताव है। अंजोरा बायपास से नेहरू नगर गुरुद्वारा चौक तक दो स्थानों पर स्पीड वाईलेशन कैमरा डिवाइस लगाया जाना है जिससे गति सीमा तोडऩे वाले वाहन चालकों पर कार्यवाही संभव हो पाएं।
इस पर कलेक्टर ने जनपद सीईओ को पंचायत स्तर पर जाकर जागरूकता लाने हेतु कार्यक्रम संचालित करने हेतु कहा एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यदि किसी भी सडक़ में बनावट के कारण दुर्घटना हो रही है तो जल्द से जल्द उनकी जांच कर ठीक करने कहा। नगरीय क्षेत्रों में प्रमुख सडक़ों के किनारे व्यवसायियों द्वारा अवैध निर्माण, अव्यवस्थित पार्किंग और सडक़ों पर निर्माण सामग्री रखने से यातायात प्रभावित होता है। कलेक्टर ने नगरीय निकायों के अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने कहा। अधिक यातायात दबाव वाली सडक़ों पर यातायात अवरूद्ध करने वाले अवैध निर्माण हटाने तथा सडक़ों पर अव्यवस्थित सामग्री रखने वालों पर कार्यवाही करने कहा।
कलेक्टर ने सडक़ सुरक्षा को महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हुए सभी सदस्यों को उनके सुझावों और विचारों को साझा करने का आह्वान किया। समिति की ओर से विभिन्न निर्णयों की समीक्षा की गई और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने का प्रस्ताव किया गया। इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य सडक़ सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सही दिशा में कदम उठाना है और सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूती देने के लिए नवाचारी उपायों का अनुसरण किया जाएगा। बैठक में एडीएम अरविन्द एक्का, आयुक्त नगर निगम भिलाई देवेश ध्रुव, एसड़ीएम पाटन दीपक निकुंज, एसडीएम दुर्ग मुकेश रावटे, डीएसपी यातायात सतीश ठाकुर, आरटीओ एसएल लकड़ा सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।