बिहार | लोकसभा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देश भर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साध रहे हैं. इस बीच शुक्रवार (24 मई) को बिहार के आरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यादव समाज इस मुगालते मे हैं कि लालू यादव उनके समाज के लिए काम करते हैं, जबकि वे सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते हैं.
‘तेल पिलावन, लठिया घुमावन…’
आरजेडी चीफ पर आरोप लगाते हुए गृह मंत्री बोले, “तेल पिलावन, लठिया घुमावन… एक समय यहां बाहुबलियों का शासन था, यहां जंगलराज था. जब तक नरेन्द्र मोदी है यहां जंगलराज नहीं आने वाला. उन्होंने (लालू यादव) पुत्री राज्यसभा में सांसद बनाया, एक पुत्री सांसद है, अपने बेटों को मंत्री बनाया, अपनी पत्नी को सीएम बनाया और राबड़ी जी के भाईयों को मंत्री बनाया.”
‘हम मुस्लिम आरक्षण खत्म करेंगे’
आरक्षण के मुद्दे पर बोले हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हैदराबाद में 4 फीसदी आरक्षण मुसलमानों को दिया. कर्नाटक में 5 फीसदी आरक्षण मुसलमानों को दिया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 118 मुस्लिम जातियों को आरक्षण दिया, जिसपर कोर्ट ने उस पर स्टे लगाया है. आप बीजेपी को 400 पार करा दो, हम मुस्लिम आरक्षण खत्म करके, पिछड़ा अतिपिछड़ा को देने का काम करेंगे.”
‘हमने आपको रेडिमेड मंत्री दिया’
केंद्रीय गृह मंत्री बोले, “माले वाले बंदूक के अलावा कोई भाषा नहीं जानते हैं और एक तरफ आरके सिंह हैं, जो विकास के अलावा कोई भाषा नहीं जानते हैं. पांच चरण के चुनाव समाप्त हो गए हैं. पांच चरण में मोदीजी 310 सीट प्राप्त कर चुके हैं. लालू यादव और राहुल गांधी का सूपड़ा साफ हो गया है. बिहार में इस बार घमंडिया गठबंधन का अकाउंट भी नहीं खुलने वाला है. मैं देशभर में जहां भी जाता हूं, लोग कहते हैं कि हमारे सांसद को मंत्री बना दिए हैं, लेकिन आरा वालों हमने आपको रेडिमेड मंत्री दिया है.”
अगर माले जीता तो आ जाएगा नक्सलवाद
बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा, “मैं लालू यादव को कहने आया हूं कि हम बीजेपी वाले पाकिस्तान के एटम बम से नहीं डरते हैं. पीओेके हमारा है और रहेगा… हम उसे लेकर रहेंगे, ये हमारा संकल्प है. 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हमेशा के लिए समाप्त कर दिया और देश को आतंकवाद से मुक्त करा दिया. लालू जी ने वोट बैंक की लालच में माले को लड़ाया है. अगर माले जीत गया तो नक्सलवाद वापस आ जाएगा. अगर माले आ गया तो पीछे-पीछे नक्सलवाद आ जाएगा.