ऋषिकेश | हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है. शनिवार 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे. इस साल हेमकुंड साहिब की ये यात्रा 25 मई से लेकर 10 अक्टूबर तक चलेगी. चारधाम यात्रा में बदलाव के बाद अब प्रशासन ने हेमकुंड साहिब यात्रा की व्यवस्था में बदलाव किया है.
25 मई को खुलेंगे श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के कपाट
लोकल 18 के साथ खास बातचीत के दौरान हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन सरदार नरेंद्र सिंह बिंद्रा ने बताया कि हेमकुंड गुरुद्वारा सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की तपस्थली है और यह दुनिया का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा भी है. हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई से शुरु हो जाएगी, जिसकी तैयारियां जोरों पर है. गुरुद्वारा श्री हेमकुंठ साहिब यात्रा के लिए 22 को ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन समिति की ओर से श्रद्धांलुओं का पहला जत्था रवाना किया गया है. मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
श्री हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना
सरदार नरेंद्र सिंह बिंद्रा ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद सामने आई अव्यवस्थाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि शुरुआती दिनों में प्रतिदिन केवल 3500 यात्रियों को दर्शन करने की अनुमति दी गई है. हालांकि यात्रा आरंभ होने के कुछ समय बाद इस संख्या को बढ़ाया जा सकता है. 25 मई को हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू हो जाएगी जिसके प्रबंध के लिए गुरुद्वारे की टीम हेमकुंड साहिब पहुंच गई है. यात्रा शुरू होने से पहले वहां पहुंची ये टीम यात्रियों के लिए सुविधा जैसे लंगर और अरदास के साथ अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त करेगी. अगर आप इस यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं तो वक्त से पहले अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें.