मुंबई | अदाणी ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बुधवार को 11,300 करोड़ रुपये बढ़कर 200 अरब डॉलर (16.9 लाख करोड़ रुपये) पर फिर से पहुंच गया. कंपनी के तमिलनाडु बिजली कंपनी को कोयले की सप्लाई में किसी भी गलत काम से इनकार के बाद निवेशकों ने ग्रुप पर भरोसा जताया है. कुल मिलाकर पिछले दो दिन में ग्रुप के मार्केट कैप में 56,250 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है |
इस बीच अदाणी ग्रुप ने ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की रिपोर्ट में लगाए गए कोयला सप्लाई में गड़बड़ी के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद करार दिया है. अदाणी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोयले की क्वालिटी की टेस्टिंग स्वतंत्र रूप से लोडिंग और डिस्चार्ज पॉइंट पर की गई थी. कस्टम अथॉरिटी और तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी (टैंजेडको) के अधिकारियों ने भी इसकी जांच की थी. उन्होंने कहा, “सप्लाई किए गए कोयले की एजेंसियों ने अलग-अलग जगहों पर डिटेल में क्वालिटी टेस्टिंग की. इससे साफ है कि कम क्वालिटी वाले कोयले की सप्लाई का आरोप न सिर्फ बेबुनियाद और अनुचित है, बल्कि पूरी तरह से बेतुका भी है |”
अदाणी ग्रुप ने कहा, “ये आरोप सिर्फ कोयले के FOB (फ्री ऑन बोर्ड) और CIF(लागत, बीमा, माल ढुलाई) मूल्य में अंतर पर आधारित हैं. इसमें कम सकल कैलोरी मूल्य (GCV) वाले कोयले की सप्लाई के लिए आंकड़ों का इस्तेमाल कर एक अनुमान लगाया गया है, जो पूरी तरह निराधार है |”
DR चोकसी फिनसर्व के मैनेजिंग डायरेक्टर देवेन चोकसी ने कहा, “बाजार अपेक्षाकृत अधिक ‘स्मार्ट’ हो गया है. वे अपना निर्णय देने से पहले स्थिति का आकलन करते है. मेरी नजर में अदाणी ग्रुप की कंपनियों की बुनियाद 2014 की तुलना में कहीं अधिक मजबूत है…”
बता दें कि अदाणी ग्रुप का मार्केट कैप पिछले एक साल में 56.6 प्रतिशत बढ़ गया है. यह NSE निफ्टी के प्रदर्शन से बेहतर है, जो इसी अवधि के दौरान 23.3 प्रतिशत बढ़ा है |