रायपुर- प्रदेश की विष्णुदेव साय कैबिनेट में 6 जून के बाद नए सदस्य (मंत्री) की इंट्री तय है, क्योंकि एक मंत्री का पद खाली है। पार्टी नेताओं की राय में लोकसभा चुनाव की वजह से एक कुर्सी और खाली होगी। पार्टी के नेता मानकर चल रहे हैं कि राज्य के कैबिनेट मंत्री और रायपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल जीत रहे हैं। ऐसे में साय कैबिनेट में 2 स्थान बन रहा है। इन दोनों कुर्सियों के लिए जोड़तोड़ के बीच कैबिनेट से कुछ चेहरों को बाहर किए जाने की भी चर्चा है। ऐसे में दूसरे विधायकों को भी मंत्री की कुर्सी नजर आ रही है। इधर, कुर्सी बचाए रखने के लिए कुछ मंत्री परफॉर्मेंस और सक्रियता दिखाने की होड़ में लग गए हैं।
मौजूदा कैबिनेट की समीकरण
राज्य कैबिनेट में अभी मुख्यमंत्री सहित 12 मंत्री हैं। इनमें 4 सरगुजा संभाग, 3 बिलासपुर संभाग, रायपुर व दुर्ग संभाग से 2-2 और बस्तर संभाग से केवल एक मंत्री हैं। बीजेपी सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज की है। बिलासपुर की 24 में से केवल 10 सीट बीजेपी के पास है। रायपुर और दुर्ग संभाग की 20-20 सीटों में क्रमश: 12 और 10 सीट पर बीजेपी जीत है, जबकि बस्तर संभाग की 12 में से 8 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। जातिगत समीकरण के लिहाज से देखा जाए तो 6 मंत्री ओबीसी वर्ग के हैं। 3 अनुसूचित जनजाति, 2 सामान्य और एक अनुसूचित जाति वर्ग के हैं।
बस्तर संभाग की सबसे दावेदारी मजबूत
रायपुर और दुर्ग संभाग से ज्यादा दावेदार
कैबिनेट में खाली पड़ी एक कुर्सी और रिक्त होने वाली संभावित एक कुर्सी के लिए सबसे ज्यादा दावेदार रायपुर और दुर्ग संभाग के हैं। इनमें नए और पुराने दोनों चेहरे शामिल हैं। मंत्री पद के लिए अजय चंद्राकर को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। चंद्राकर रमन सरकार में 10 साल मंत्री रहे हैं। पुराने चेहरों में राजेश मूणत भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। मौजूदा कैबिनेट में दोनों संभाग से 2-2 मंत्री हैं। दुर्ग संभाग से नए चेहरें के रुप में गजेंद्र यादव को भी मंत्री पद का मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है। बिलासपुर संभाग से अमर अग्रवाल पूर्ववर्ती रमन सरकार में 15 साल तक मंत्री रहे हैं। ऐसे में उन्हें भी मंत्री पद की उम्मीद है, लेकिन इस संभाग उप मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट में 3 मंत्री है।
संभागवार बीजेपी की सीटें और मंत्री पद