Home बिलासपुर ऊंगलियों की दिखाई स्याही और आधे टिकट में घूमा चिड़ियाघर

ऊंगलियों की दिखाई स्याही और आधे टिकट में घूमा चिड़ियाघर

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  • 247 पर्यटकों ने लिया 50 फीसद छूट का लाभ।
  • छोटी सी पहल, पर कारगर।
  • गर्मी के कारण संख्या कम।

बिलासपुर- बुधवार का दिन कानन पेंडारी जू पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए खास रहा। खास इसलिए क्योंकि सैर करने के लिए पूरा शुल्क नहीं देना पड़ा। केवल ऊंगलियों पर लगी अमिट स्याही का निशान दिखाया। इसके बाद उनसे 50 प्रतिशत ही शुल्क लेकर प्रवेश की अनुमति दे दी गई। ऐसे 247 पर्यटक थे, जिन्होंने मतदान करने की सूचना दी और छूट का लाभ लिया।

मतदान जरूरी है। इस अधिकार का उपयोग हर एक मतदाता को करना चाहिए। शत-प्रतिशत मतदान हो सके, इसके लिए हर किसी ने अपने- अपने स्तर पर प्रयास किया। कानन पेंडारी जू प्रबंधन ने भी अच्छी पहल की। उन्होंने मतदान के एक दो दिन पहले यह घोषणा कर दी थी कि आठ मई यानी बुधवार को उन पर्यटकों से 50 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा, जिन्होंने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। जू प्रबंधन के इस निर्णय की प्रशंसा भी हुई। दरअसल जू प्रबंधन ने पहली बार मतदान को लेकर यह नवाचार किया। मुख्य द्वार पर बाकायदा यह सूचना भी चस्पा की गई थी।

यही कारण है कि कुछ पर्यटकों को बुधवार को ही छूट की जानकारी मिली। इसके बिना विलंब किए उन्होंने ऊंगलियों पर लगी स्याही के निशान दिखाए। इसके बाद काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने उनसे केवल 10 रुपये ही प्रवेश शुल्क लिया। जू में वयस्कों के लिए प्रवेश शुल्क 20 रुपये निर्धारित है। सामान्य दिनों में इतना ही शुल्क लिया जाता है और बच्चों से 10 रुपये प्रवेश शुल्क लेने का नियम है। बच्चों से तो इतना शुल्क लिया गया। लेकिन, वयस्कों को मतदान करने की जानकारी देने के बाद आधा शुल्क लिया गया। इस छूट से पर्यटक प्रसन्न भी नजर आए। जिन पर्यटकों को छूट दिया गया, उनमें 115 महिला और 132 पुरुष शामिल हैं।

छोटी सी पहल, पर कारगर

जू प्रबंधन का कहना है कि यह उनकी छोटी से पहल है। लेकिन, कारगर साबित हुई। कानन पेंडारी जू का प्रवेश शुल्क बेहद कम है और हर वर्ग इसे देने में सक्षम है। यदि उनके इस निर्णय का लाभ लेने के लिए एक प्रतिशत ने भी मतदान किया है तो यह बड़ी बात है।

गर्मी के कारण संख्या कम

कानन पेंडारी जू प्रदेश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर है। यहीं कारण है कि इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि सालभर पर्यटकों की मौजूदगी रहती। जिले व प्रदेश के अलावा बाहर से भी पर्यटक कानन सैर करने के लिए पहुंचते हैं। हालांकि अभी गर्मी है। इसलिए जू पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या कम है। बुधवार को कम संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने मतदान नहीं किया। ऐसे लोगों से जू प्रबंधन ने पूरा प्रवेश शुल्क लिया।