बालोद- जिले में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET UG 2024) परीक्षा के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां परीक्षा के दौरान पहले गलत एग्जाम पेपर बांटकर छात्र-छात्राओं को कंफ्यूज किया गया, फिर 45 मिनट अन्य परीक्षा प्रश्न पत्र को भरने के बाद उसे कैंसल कर दूसरा पत्र भरने कहा गया. उसके बाद एक्स्ट्रा समय देने की बात कही और समय भी नहीं दिया गया. परीक्षा खत्म होने के बाद जब इस बात की खबर बच्चों के परिजनों को लगी तो उन्होंने परीक्षा केंद्र में हंगामा खड़ा कर दिया |
बता दें कि देश में नीट की परीक्षा मेडिकल क्षेत्र की सबसे बड़ी परीक्षा मानी जाती है. जिसके लिए इस साल पहली बार बालोद जिले में दो केंद्र बनाए गए थे. इनमें से गवर्नमेंट आदर्श हाई स्कूल में बनाए गए केंद्र में यह लापरवाही देखने को मिली है. परीक्षा हॉल से निकले बच्चों ने शिक्षकों के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि- हड्डियां टूट जाती है पढ़ाई करते-करते पैसे खर्च हो जाते हैं सुबह 3:30 बजे तक पढ़ते हैं, उसके बाद यहां पर इस तरह का रवैया किया जाता है. जिससे हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है |
परीक्षा केंद्र में ड्यूटी पर तैनात आत्मानंद विद्यालय के प्राचार्य अरुण साहू ने बताया कि हम अपनी गलती मान रहे हैं कि बच्चों को गलत एग्जाम पेपर दिया गया था, उन्होंने कहा कि बैंक से एग्जाम पेपर लाने में गलती हुई स्टेट बैंक और केनरा बैंक दोनों जगह नीट का एक प्रश्नपत्र जमा थे वहां से दोनों जगह से प्रश्न पत्र ले गए उसके बाद हम खुद कंफ्यूज हो गए थे, पहले बच्चों को दूसरा प्रश्न पत्र हल करने कहा गया फिर हमें लगा कि यह नहीं है तो फिर दूसरा प्रश्न पत्र दिए |
दोबारा परीक्षा कराने पर अड़े परिजन
परीक्षार्थी और उनके परिजन दोबारा परीक्षा कराने और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग पर अड़ गए हैं. भारी हंगामे के बीच मौके पर पहुंची पुलिस टीम परीक्षार्थियों का बयान ले रही हैं |