16अप्रैल का दिन सभी भक्तों के लिए होंगे ऐतिहासिक पल- महोत्सव की व्यवस्था को लेकर कलेक्टर सहित समूचा प्रशासन पहुंचा कुंडलपुर
कुंडलपुर-आप सिन्धु को भूल जाएं लेकिन विन्दू को मत भूलना एक एक बूंद भी पी जाएं तो भी शीतलता मिल सकती है सिन्धु की विशालता से सभी अवगत हैं सिन्धु हजारों मील का सफर शान्ति के साथ तय करती चली जाती है और वहती रहती है लेकिन विन्दू को आप आसानी से पी सकते हैं इसी प्रकार आचार्य भगवंत ने तो सिन्धु की तरह वर्षो तक इस धरा को अभिसिंचित किया वह आपको याद ना हो लेकिन जो सूत्र रुप में विन्दू दिये है उन्हें शान्ति के साथ पीते कुछ खा पी लो तो कुछ देर के लिए शारीरिक शान्ति आप महसूस करेंगे लेकिन आत्मिक शांति के लिए जो विन्दू दिये है उन्हें पीते चले जाना जीवन में शांति जरूर आयेगी शारीरिक शान्ति अलग है आत्मिक शांति अलग है उक्त आश्य केउद्गार जेष्ठ निर्यापकश्रमण समयसागर जी महाराज ने आज धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
महा महोत्सव की व्यवस्था तैयारियों को प्रशासन के साथ मिलकर अंतिम रूप दिया जा रहा है
मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि आने वाली सोलह अप्रैल का दिन हम सभी भक्तों को ऐतिहासिक दिन होगा जव विशाल श्री संघ के दर्शन हजारों त्यागी ब्रतियो के साथ परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य भगवंत गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज की महान परंपरा को जो आचार्य देव श्री कुन्द कुन्द स्वामी के मूल सिद्धांत को लेकर आगे बढ़ रही है उस बंट व्रक्ष को आगे बढ़ाता हम सब देखेंगे इसी दिन मुख्य समारोह में जेष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण मुनि श्री समयसागरजी महाराज आचार्य पद को ग्रहण करने जा रहे हैं हम सब भी प्रत्यक्षदर्शी वनकर अपने सौभाग्य को जगायेंगे।
प्रशासन की मैराथन मीटिंग हुई कुंडलपुर तीर्थ भूमि पर
आने वाली 16अप्रैल को हो रहे महा महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के प्रति सम्पूर्ण प्रशासन की मैराथन मीटिंग महोत्सव पदाधिकारी के साथ श्री मान कलेक्टर महोदय पुलिस अधीक्षक महोदय अतिरिक्त कलेक्टर एडिशनल कलेक्टर एडिशनल एसपी एस डी एम महोदय एस डी ओ पी तहसीलदार दर सम्पूर्ण अमलें के साथ कलेक्टर श्री जेष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण मुनि श्री समयसागरजी महाराज के चरणों में पहुंचे और आशीर्वाद प्राप्त किया और आने वाले महा महोत्सव के संदर्भ में चर्चा की इस दौरान क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष चन्द्र कुमार सर्राफ महामंत्री आर के जैन महोत्सव संयोजक दादा वीरेश सेठ सहित कमेटी के सभी प्रमुख जन विशेष रूप से उपस्थित थे। कमेटी द्वारा आचार्य पदारोहण महा महोत्सव की सभी तैयारियो को बहुत ही व्यापक रूप दिया जा रहा है जिससे आने वाले लाखों भक्तो अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हो।
कुंडलपुर का वर्षो पुराना संस्मरण सुनाए सभी को किसी भाव विभोर
इसके पहले जेष्ठ निर्यापक श्रमणश्री समयसागर जी महाराज ने कहा कि बहुत पुराना प्रसंग है कुंडलपुर में चारों ओर लो लपट बहुत तेज चल रही थी शाम का समय था आचार्य महाराज बड़े बाबा के दरवार में चलें गये गर्मी में हम लोग भी बड़े बाबा के पास पहुंच जाते हैं एक परिवार गुजरात से बड़े बाबा के चरणों में पहुंचा और कहने लगा कि हमारी बहुत दिनों से भावना है कि मैंरी आपके चरणों की सेवा वइया वृत्ति करने की भावना है गुरु देव ने इसारे से मना कर दिया बहुत आग्रह करते पर सेवा प्रारंभ कर देता है फिर उस व्यक्ति ने अपनी जेब से तेल की एक छोटी सी शीशी निकाली और बहुत मना करने पर यह कहते हुए कि तेल से हमारे हाथ ठंडे हो जायेंगे तेल लगाना प्रारंभ कर दिया उस समय आचार्य महाराज ने ये पंक्तिलिखी जो मैं सामने रख रहा हूं।मति मति मम नासिका,ना दुर्गंध से ना सुगंध से प्रभावित है ये आत्मा इस प्रकार बैढे बैढे उनका रत्नात्रय की आराधना करने का क्रम चलता रहता था ऐसे महान आचार्य के चरणों में बैठकर साधना करने का स्वर्णिम आपको हम सब को अवसर मिला।