- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अप्रैल को जबलपुर में बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे।
- राहुल गांधी की सभा कांग्रेस की न्याय गारंटी पर ज्यादा केंद्रित रह सकती है।
- राहुल गांधी मंडला और शहडोल में सभा कर आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश करेंगे।
भोपाल- मध्य प्रदेश में पहले चरण के लोकसभा चुनाव का मतदान 19 अप्रैल को होना है। जैसे-जैसे तिथि पास आ रही है, प्रत्याशियों के साथ पार्टी के बड़े नेताओं की हलचल भी बढ़ने लगी है। पहले चरण की सीटों पर प्रचार के लिए दिग्गजों की इंट्री भी होने लगी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अप्रैल को जबलपुर में बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे।
नौ अप्रैल को भी उनकी बालाघाट में जनसभा प्रस्तावित है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आदिवासियों के लिए सुरक्षित सीट मंडला और शहडोल में आठ अप्रैल को जनसभा करेंगे। इसके पहले बुधवार को स्मृति ईरानी ने पन्ना में खजुराहो से भाजपा प्रत्याशी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का नामांकन फार्म जमा करवाने के साथ जनसभा को भी संबोधित किया था।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो अप्रैल को जबलपुर में प्रबुद्ध जन सम्मेलन के साथ ही शक्ति केंद्र प्रभारियों के साथ बैठक कर चुके हैँ। वे छह अप्रैल को छिंदवाड़ा में जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रचार में भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे को घेरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी हैं। स्मृति ईरानी ने भी बुधवार को यहां उन पर खूब प्रहार किए। उधर, राहुल गांधी की सभा कांग्रेस की न्याय गारंटी पर ज्यादा केंद्रित रह सकती है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले भी नरेन्द्र मोदी की प्रदेश में 12 दिन में 14 जनसभाएं और एक रोड-शो हुआ था। राहुल ने आदिवासी बहुल मंडला और सीधी में व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जबलपुर में सभा की थी। राहुल गांधी मंडला और शहडोल में सभा कर आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश करेंगे।
कारण, विधानसभा चुनाव में एसटी के लिए सुरक्षित 47 सीटों में 22 कांग्रेस ने जीती थी। विधानसभा चुनाव में मंडला लोकसभा की आठ में से पांच सीट कांग्रेस और तीन भाजपा ने जीती थी। इससे सटे लोकसभा लोकसभा क्षेत्र शहडोल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद और बालाघाट हैं। बालाघाट की भी आठ में से चार सीटें कांग्रेस ने जीती थी।
मोदी की सभा के लिए इसलिए जबलपुर को चुना
जबलपुर में पीएम मोदी की सभा से न सिर्फ जबलपुर सीट, बल्कि इससे जुड़ी मंडला, शहडोल, खजुराहो, दमोह और होशंगाबाद को भी साधने की कोशिश होगी। पहले और दूसरे चरण में जिन 13 सीटों पर मतदान होना है, उनमें जबलपुर बीचों-बीच है।
जबलपुर भले भाजपा की परंपरागत सीट रही है, विधानसभा चुनाव में पार्टी यहां की आठ में से सात सीट जीती थी, पर इस बार यहां से नया चेहरा आशीष दुबे को उतारा है। ऐसे में भाजपा कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। यहां नड्डा के कार्यक्रम के पांच दिन बाद ही प्रधानमंत्री की जनसभा हो रही है।
सबसे ज्यादा ध्यान छिंदवाड़ा पर
जेपी नड्डा छह अप्रैल को छिंदवाड़ा में जनसभा को संबोधित करेंगे। छिंदवाड़ा भाजपा के लिए बेहद प्रतिष्ठा की सीट बन गई है, इसलिए पहले से यह माना जा रहा था कि यहां पार्टी के किसी बड़े नेता की सभा हो सकती है। कांग्रेस पिछली बार अकेली यही सीट जीती, इस कारण भाजपा हर हाल में इसे जीतना चाहती है।