प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जयंती
पर ऋषभदेव जन्म भूमि अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का गायत्री नगर में हुआ भव्य प्रवर्तन
जयपुर– जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की जन्म जयंती के पावन अवसर पर पांच जैन तीर्थंकरों की पावन जन्मभूमि शाश्वत तीर्थ अयोध्या के विकास एवं पूरे देश में जन-जन की आस्था के लिए परम पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से प्रवर्तित अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ 3 अप्रैल बुधवार को गायत्री नगर , महारानी फार्म, दिगंबर जैन मंदिर में आगमन होने पर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कैलाश छाबड़ा उपाध्यक्ष अरुण शाह, मंत्री राजेश बोहरा, कोषाध्यक्ष राकेश, छावड़ा, संयुक्त मंत्री मुकेश सोगानी आदि पदाधिकारियों ने रथ का आगवानी कर भव्य स्वागत किया
इस मौके पर धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें सारस मल- पदम झांझरी परिवार सोधर्म इन्द्र बने ,कुबेर इंद्र संतोष कांता बास्खो वाले परिवार ,आरती का सौभाग्य विजय -रेखा सोगानी परिवार एवं पालना झुलाने का सौभाग्य रिखब- मधु पांडया परिवार को मिला।
इस अवसर पर अयोध्या में एक प्रतिमा जी विराजमान करवाने का सौभाग्य आलोक अरुण, प्रमिला ज्योति शाह परिवार को मिला, सभी का स्वागत अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ आयोजन समिति की ओर से किया गया
मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रतिष्ठाचार्य अकलंक जैन लखनऊ व राजस्थान प्रवर्तन संयोजक उदयभान जैन का स्वागत किया।
राजस्थान रथ प्रवर्तन संयोजक उदयभान जैन के अनुसार भारतीय संस्कृति के आद्य प्रणेता प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव आदि पांच तीर्थंकरों की जन्म भूमि अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का नगर भ्रमण कराया गया।
प्रतिष्ठाचार्य अकलंक जैन ने अयोध्या विकास की पूर्ण जानकारी प्रदान की ,भगवान आदिनाथ के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं द्वारा महारानी फार्म के विभिन्न मार्गों पर रथ भ्रमण किया और मार्ग में श्रद्धालुओं द्वारा आरती व भक्ति नृत्य किए ।
रथ मंदिर जी में पहुंचने के पश्चात श्री जी के अभिषेक हुए और श्री जी की माल व आरती करने का सौभाग्य अनिल अमित गोधा परिवार को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर संपूर्ण जैन समाज ,पुरुष महिलाएं एवं सुभाष बज, प्रकाश गंगवाल बीना टोंग्या,विमल एडवोकेट आदि विभिन्न संस्थाओं के शीर्ष पदाधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सभा का कुशल संचालन मंदिर प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष अरुण शाह ने किया।
4 अप्रैल को रथ मांगलियावास व केसर चौराहा जैन मंदिर जायेगा।