Home उज्जैन दूल्हा बने बाबा महाकाल ने दिए भक्तों को दर्शन, दोपहर में होगी...

दूल्हा बने बाबा महाकाल ने दिए भक्तों को दर्शन, दोपहर में होगी साल में एक बार होने वाली दुर्लभ भस्म आरती

26
0

उज्जैनः महाशिवरात्रि के दूसरे दिन आज बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को दूल्हा बन दर्शन दिए। इस दौरान बाबा महाकाल का दूल्हा स्वरूप में अलौकिक श्रंगार किया गया। आज अल सुबह बाबा महाकाल का सवा मन फूलों और सप्त धान का सेहरा सजाया गया से। इससे पहले बाबा को सप्त धान का मुखौटा, स्वर्ण त्रिकुंड, कुंडल, चांदी का छत्र और नए वस्त्र भी धारण कराए गए। जिसके बाद प्रातः 6 बजे सेहरा आरती हुई। इस दौरान बाबा को सवा लाख बिल्व पत्र भी अर्पित किए।

श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष में एक ही बार भगवान महाकाल को सवा मन का पुष्प मुकुट धारण कराया जाता है। इस दौरान बाबा महाकाल को नवीन वस्त्र धारण कराकर सप्तधान्य का मुखारविंद धारण कराया गया। जिसके बाद सप्तधान्य अर्पित किया गया। जिसमे चावल, खडा मूग, तिल, मसूर, गेहू, जव, साल, खड़ा उडद शामिल था। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियो द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधा गया।| भगवान श्री महाकालेश्वर जी को चंद्र मुकुट, छत्र, त्रिपुंड व अन्य आभूषणों से श्रृंगारित किया गया।

भगवान पर न्योछावर नेग स्वरुप चांदी का सिक्का व बिल्वपत्र भी अर्पित की गई। जिसके बाद भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल, पञ्च मेवा आदि का भोग अर्पित किया गया। जिसके बाद प्रातः 6 बजे सेहरा आरती हुई। सेहरा आरती के दौरान भोग के लिए श्री कोटेश्वर महादेव, श्री चंद्रमोलेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के भोग के लिए पंचमेवा 1-1 किलो और पंच मिष्ठान कुल 7 किलो 500 ग्राम, पांच प्रकार के फल व भोग में लगने वाली अन्य सामग्री अर्पित की गई। जिसके दर्शन प्रात 11 बजे तक किए जा सकेंगे।

12 बजे होगी भस्म आरती

इसके बाद बाबा महाकाल की वर्ष में एक बार होने वाली भस्म आरती दोपहर 12 बजे की जायेगी। आज पहली बार ऐसा होगा, जब आम भक्तों को भी दोपहर की भस्म आरती के चलायमान दर्शन मिल सकेंगे। महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि सभी को कार्तिकेय मंडपम से प्रवेश और दर्शन मिलेंगे। भस्मार्ती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा। आज सायं पूजन, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर जी के पट मंगल होगे। इससे पहले महाशिवरात्रि पर गुरुवार की रात ढाई बजे भगवान महाकाल मंदिर के पट खुले। जो की आज रात 10.30 बजे तक लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन हो सकेंगे।