सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नक्सल प्रभावित चिंतलनार इलाके के एल्मागुंडा गांव में बच्चों को पोलियो दवा की जगह आइस बैग का पानी पिला दिया गया। इंटरनेट मीडिया पर इसकी तस्वीर बहुप्रसारित हो रही है। मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला बाल विकास विभाग की टीम एल्मागुंडा के रवाना हुई है।
दरअसल, रविवार को प्लस पोलियो अभियान के अंतर्गत जिले में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। एल्मागुंडा गांव में बच्चों को पोलियो ड्राप्स पिलाने की जिम्मेदारी मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दी गई थी। यहां 40 बच्चों को दवा पिलाया जाना था, लेकिन बच्चों को पोलियो दवा की जगह आइस बैग का पानी पिलाया गया। इंटरनेट मीडिया पर इसकी तस्वीरें बहुप्रसारित होने के बाद विभाग हरकत में आया और मामले के जांच के लिए अधिकारी एल्मागुंडा के रवाना हुए। सीएमएचओ डाक्टर महेश शांडिया ने कहा ये तस्वीरें किसी शरारती तत्वों का कारनामा है। जांच के लिए टीम गांव मे भेजी गई है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। हमारा विभाग स्वाथ्य के लिए गंभीर है।
हानिकारक होता है पानी
आइस बैग का पानी काफी खतरनाक होता है। इसमें सिर्फ पानी नहीं होता है, बल्कि कुछ रासायिनक तत्व भी होते हैं। इससे बच्चों को फूड पाइजनिंग की शिकायत हो सकती है।