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भारतीय अर्थव्यवस्था में सभी मोर्चों पर तेजी, केन्द्र ने GST से चौथी बार की सर्वाधिक कमाई

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नई दिल्ली । सरकार के नीतिगत सुधारों और विभिन्न उपायों का असर देश की अर्थव्यवस्था में सभी मोर्चों पर तेजी के रूप में पूरी तरह दिखने लगा है। तीसरी तिमाही में जीडीपी  में उम्मीद से तेज बढ़ोतरी के बाद अब सरकार को फरवरी, 2024 में जीएसटी  के जरिये चौथी बार सबसे ज्यादा 1.68 लाख करोड़ रुपये की कमाई  हुई है। इसकी प्रमुख वजह घरेलू बिक्री और आयात का बढ़ना है। इसके साथ ही, चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में सकल जीएसटी संग्रह 18.40 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के कर संग्रह से 11.7 फीसदी अधिक है।

वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को आंकड़े जारी कर कहा, चालू वित्त वर्ष में औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.67 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष के 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। केंद्र सरकार ने एकीकृत जीएसटी संग्रह से केंद्रीय जीएसटी के लिए 41,856 करोड़ रुपये व राज्य जीएसटी के लिए 35,794 करोड़ का निपटान किया। इस तरह, फरवरी के नियमित निपटान के बाद सीजीएसटी संग्रह 73,641 करोड़ रुपये व एसजीएसटी 75,569 करोड़ रुपये रहा। केपीएमजी इंडिया के पार्टनर अभिषेक जैन ने कहा, अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी वृद्धि और जीएसटी राजस्व के आंकड़े भारतीय जीडीपी की मजबूती एवं घरेलू खपत में तेजी को दर्शाते हैं।

सभी राज्यों में तेजी से बढ़ रहा उपभोग
डेलॉय इंडिया के पार्टनर एमएस मणि ने कहा, तीसरी तिमाही के लिए मजबूत जीडीपी आंकड़ों के बाद अच्छा जीएसटी संग्रह सभी क्षेत्रों में व्यापक खपत को दर्शाता है। उन्होंने कहा, लगभग सभी प्रमुख राज्यों में जीएसटी संग्रह में आठ से 21 फीसदी तक की प्रभावशाली वृद्धि हुई है। इससे पता चलता है कि सभी राज्यों में उपभोग बढ़ रहा है।

वाहन बिक्री : उद्योग के लिए तीसरा सबसे अच्छा महीना
स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) की मजबूत मांग के दम पर वाहनों की थोक बिक्री के लिहाज से फरवरी, 2024 उद्योग के लिए अब तक का तीसरा सबसे अच्छा महीना साबित हुआ। इससे पहले जनवरी, 2024 में सबसे ज्यादा 3,94,500 और अक्तूबर, 2023 में 3,91,811 यात्री वाहन बिके थे। पिछले माह मारुति सुजुकी, ह्यूंडई और टाटा मोटर्स ने बिक्री में तेजी दर्ज की।

मारुति सुजुकी इंडिया ने फरवरी, 2024 में थोक बाजार में 1,97,471 वाहन बेचे। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि के 1,72,321 इकाइयों से 15 फीसदी अधिक है। घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री भी 9 फीसदी बढ़कर 1,60,271 इकाई पहुंच गई।
ह्यूंडई मोटर इंडिया की बिक्री सालाना आधार पर 4.5 फीसदी बढ़कर 60,501 इकाई पहुंच गई।

टाटा मोटर्स की कुल थोक बिक्री 8 फीसदी बढ़कर 86,406 इकाई पहुंच गई।
दोपहिया बिक्री में भी उछाल
टीवीएस मोटर के दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री 33 फीसदी बढ़कर 3,68,424 इकाई पहुंच गई।
होंडा मोटरसाइकिल ने 4,58,711 दोपहिया वाहन बेचे, जो सालाना आधार पर 86 फीसदी ज्यादा है।
बजाज ऑटो की बिक्री में 25 फीसदी और रॉयल एनफील्ड में 6 फीसदी तेजी रही।

विनिर्माण गतिविधियां पांच महीने के शीर्ष पर
कारखानों में उत्पादन और बिक्री में तेज बढ़ोतरी के बीच देश के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर फरवरी, 2024 में पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इसमें घरेलू और बाहरी मांगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। शुक्रवार को जारी मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में बढ़कर 56.9 पहुंच गया। जनवरी, 2024 में यह 56.5 रहा था। पिछले महीने का यह आंकड़ा इस बात की तस्दीक कर रहा है कि देश का विनिर्माण परिदृश्य बेहतर हुआ है। साथ ही, यह सितंबर, 2023 के बाद विनिर्माण क्षेत्र की सबसे अच्छी स्थिति है।

खरीद लागत महंगाई 43 महीने के निचले स्तर पर आ गई। इससे बिक्री शुल्क कुछ हद तक बढ़ गया। कच्चे माल की लागत में साढ़े तीन साल में सबसे धीमी वृद्धि देखी गई।

निर्यात 21 माह में सबसे ज्यादा मजबूत
मजबूत घरेलू मांग के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोप, इंडोनेशिया, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात से मांग बढ़ने के कारण नए निर्यात ऑर्डर में भी 21 महीनों का सबसे मजबूत विस्तार देखने को मिला है।

विदेशी मुद्रा भंडार: बढ़कर 619.07 अरब डॉलर पहुंचा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 23 फरवरी को समाप्त हफ्ते में 2.98 अरब डॉलर बढ़कर 619.07 अरब डॉलर पहुंच गया है। 16 फरवरी वाले सप्ताह में यह 1.13 अरब डॉलर घटकर 616.1 अरब डॉलर रहा था। आरबीआई के मुताबिक, विदेशी मुद्रा संपत्तियां 2.41 अरब डॉलर बढ़कर 548.19 अरब डॉलर रही है। सोने का भंडार 47.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 47.85 अरब डॉलर रहा है।