नई दिल्ली: ‘चिट्ठी आई है’ जैसे यादगार हिट गाने देने वाले महान गायक पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया, उनके परिवार ने आज इसकी पुष्टि की. वह 72 वर्ष के थे. पंकज उधास के निधन की जानकारी उनकी बेटी नायाब उधास ने सोशल मीडिया के जरिए दी है. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘बहुत दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि 26 फरवरी को लंबी बीमारी के कारण पद्मश्री पंकज उधास का निधन हो गया है.’ समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक पारिवारिक सूत्र के हवाले से बताया कि “नाम”, “साजन” और “मोहरा” सहित हिंदी फिल्मों में पार्श्व गायक के रूप में पहचान बनाने वाले उधास का सुबह 11 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी पंकज उधास शानदार गजल गायक भी थे. उन्होंने कई फिल्मों के लिए गजल गाई थी. पंकज उधास गजल की दुनिया के बड़े नामों में से एक थे. उन्होंने बतौर गजल गायक अपने करियर की शुरुआत 1980 में आहट नाम एक गजल एल्बम से की थी. इसके बाद उन्होंने कई एल्बम के लिए गजल गायी, लेकिन पंकज उधास को असली पहचान फिल्म नाम से मिली थी. यह फिल्म 1986 में आई थी.
इस फिल्म में पंकज उधास की गजल ‘चिट्ठी आई है’ ने उन्हें मशहूर कर दिया. आज भी उनकी यह गजल के लाखों दीवाने हैं. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए पार्श्व संगीत गाया. पंकज उधास में आज फिर तुमपे, तुमने रख तो ली तस्वीर हमारी, दिल की बातें हैं, जीये तो जीये कैसे, एक पल एक दिन, तेरी आंखें मेरी मंजिल और मैय्या पुकारे रे जैसे संगीत गाए ते. आखिरी बार पंकज उधास ने साल 2016 में आई फिल्म दिल तो दीवाना है के लिए आवाज दी थी.
इस फिल्म में पंकज उधास की गजल ‘चिट्ठी आई है’ ने उन्हें मशहूर कर दिया. आज भी उनकी यह गजल के लाखों दीवाने हैं. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए पार्श्व संगीत गाया. पंकज उधास में आज फिर तुमपे, तुमने रख तो ली तस्वीर हमारी, दिल की बातें हैं, जीये तो जीये कैसे, एक पल एक दिन, तेरी आंखें मेरी मंजिल और मैय्या पुकारे रे जैसे संगीत गाए ते. आखिरी बार पंकज उधास ने साल 2016 में आई फिल्म दिल तो दीवाना है के लिए आवाज दी थी.