Home महाराष्ट्र किसी ने इस्तीफा दिया-किसी ने सफाई…महाराष्ट्र कांग्रेस पर ये कैसी आफत आई

किसी ने इस्तीफा दिया-किसी ने सफाई…महाराष्ट्र कांग्रेस पर ये कैसी आफत आई

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महाराष्ट्र- कांग्रेस को महाराष्ट्र में बहुत बड़ा झटका लगा है. सूबे के बड़े नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस छोड़ दी. इसके बाद वो मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो गए. अशोक चव्हाण का पूरा परिवार कांग्रेस के साथ कई दशकों से जुड़ा रहा. उनके पिता शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं. अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ते ही दावा किया जाने लगा कि अभी कई और नेता कांग्रेस छोड़ेंगे. इसके बाद जिन नामों को लेकर कयास लगाए जाने लगे वो अपनी सफाई देने पर उतर आए.

दरअसल, अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस के कई नेताओं के संपर्क में होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अभी देखिए आगे-आगे होता क्या है. साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पुणे के एक नेता एप्लीकेशन लेकर घूम रहे हैं. इसी दौरान पूर्व विधायक अमर राजुरकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद सियासत और गरमा गई. सियासी गलियारों में चर्चा हुई कि संजय निरुपम और अमीन पटेल जल्द पार्टी छोड़ सकते हैं. खबरें सामने आने के बाद दोनों नेता मीडिया के सामने आए और उन्होंने इस तरह की खबरों का खंडन किया.

चव्हाण महाराष्ट्र के एक नेता से परेशान थे- संजय निरुपम

कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने बीजेपी में जाने और कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि मेरे प्रिय समर्थकों और शुभचिंतकों, मेरे कांग्रेस पार्टी छोड़ने की अफवाह चल रही है. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये दावे झूठे और निराधार हैं. मैं कांग्रेस पार्टी के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं. आज और हमेशा आपके समर्थन के लिए धन्यवाद.

वहीं, संजय निरुपम ने कहा कि वह मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण के नक्शेकदम पर चलकर कांग्रेस नहीं छोड़ रहे हैं. ये सभी आधारहीन अटकलें और अफवाहें हैं. निरुपम ने दावा किया कि चव्हाण महाराष्ट्र के एक नेता की कार्यशैली से परेशान थे. वह निश्चित रूप से पार्टी के लिए एक संपत्ति थे. कुछ लोग उन्हें बोझ बता रहे हैं, कुछ ईडी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, यह सब जल्दबाजी में की गई प्रतिक्रिया है. चव्हाण ने समय-समय पर टॉप लीडरशिप को यह जानकारी दी थी. अगर उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया गया होता तो यह स्थिति नहीं होती. अशोक चव्हाण कुशल संगठनकर्ता हैं और उनकी जमीन पर मजबूत पकड़ है.

बीजेपी अशोक चव्हाण को भेज सकती है राज्यसभा

इधर, कहा जा रहा है कि बीजेपी अशोक चव्हाण को राज्यसभा भेज सकती है. महाराष्ट्र की 6 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होना है. महाराष्ट्र में एक राज्यसभा उम्मीदवार जिताने के लिए 41 विधायकों की जरूरत है. संख्या बल के लिहाज से बीजेपी के तीन उम्मीदवार जीतना तय हैं. अगर बीजेपी ने चौथा उम्मीदवार उतारा, तो चुनाव कराना होगा. अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के 44 विधायक रह गए हैं. विधायक जीशान सिद्दीकी के पिता बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर एनसीपी अजित पवार ज्वाइन कर चुके हैं. ऐसे में जीशान सिद्दीकी के वोट को लेकर संशय है. अगर अशोक चव्हाण समर्थक कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, या गैर-हाजिर रहे तो कांग्रेस के लिए मुश्किल हो जाएगी. अगर कांग्रेस के 4 विधायक भी वोटिंग से गैरहाजिर रहे तो कांग्रेस के लिए अपने कैंडिडेट को जिताना संभव नहीं होगा.