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प्रदेश में विहार के दौरान जैन साधु साध्वियों को मिलेगी सुरक्षा

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जयपुर – प्रदेश में विहार और चातुर्मास प्रवास के दौरान राज्य सरकार दिगम्बर – श्वेतांबर जैन साधु – साध्वियों को सुरक्षा मुहैया कराएगी। इस सम्बंध में राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशों का जैन समाज ने स्वागत किया है।
राज्य सरकार ने सभी जिलों के कलक्टर को जारी आदेशों में कहा गया है कि जैन श्रमणों के चातुर्मास एवं विहार के दौरान भ्रमण, रात्रि विश्राम एवं प्रवास व ठहरने के उचित इंतजाम किए जाए।
राजस्थान जैन सभा जयपुर के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन एवं महामंत्री मनीष बैद ने बताया कि समाज की ओर से लंबे समय से यह मांग की जा रही थी।
उधर इस फैसले की समाज की कई संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं समाज बन्धुओं ने सराहना की है।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन एवं महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा, मुनि संघ कमेटी के अध्यक्ष देव प्रकाश खण्डाका ने कहा कि श्रमणों (जैन साधु – साध्वियों ) की सुरक्षा होने पर ही जैन धर्म सुरक्षित रहेगा। उन्होंने सरकार से इस आदेश का क्रियान्वयन जल्द से जल्द करने की मांग की है।
राजस्थान जैन सभा जयपुर के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन एवं महामंत्री मनीष बैद ने चातुर्मास एवं विहार के दौरान प्रवास के समय जैन संतों को राजकीय अतिथि की तरह सुरक्षा व्यवस्था करने की भी मांग की है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के संकल्प पत्र में अल्पसंख्यक कल्याण के बिन्दुओं में भाजपा ने इस मुद्दे को शामिल किया है।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि अल्पसंख्यक विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार जैन साधु – साध्वियों के विहार के रुट को सूचीबद्ध कर पुलिस प्रशासन को भिजवाया जावे। इस आधार पर चातुर्मास एवं विहार के दौरान प्रवास के लिए प्रयुक्त किये जाने वाले स्थानों का विवरण तैयार किया जाएगा। जैन संतों को चातुर्मास के लिए उपयुक्त स्थान की अनुपलब्धता की स्थिति में सार्वजनिक भूमि व भवन के आवंटन का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भिजवाने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री 15 सूत्रीय कार्यक्रम की जिला स्तरीय समिति की बैठक में चर्चा हेतु जिला कलेक्टर्स से अनुरोध करने का उल्लेख भी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारीयों को जारी निर्देशों में किया गया है। आदेश के मुताबिक जिला कलक्टरों को आदेश की समीक्षा कर तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।