Home छत्तीसगढ़ श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षान्त समरोह 11 अक्टूबर को 

श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षान्त समरोह 11 अक्टूबर को 

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रायपुर – श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षान्त समरोह 11 अक्टूबर, बुधवार को प्रात: 11.30  बजे विश्वविद्यालय के सभागार- गोविंदा कल्याण मंडपम में कुलाध्यक्ष – महामहिम राज्यपाल (छत्तीसगढ़ शासन) के सानिध्य में संपन्न होगा | दीक्षान्त समारोह का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अनन्त श्री विभूषित परम पूज्य श्री रविशंकर जी महाराज की पवित्र सन्निधि में कुलाध्यक्ष की अनुमति से किया जायेगा | दीक्षान्त समरोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्म भूषण डॉ. वी.के. सारस्वत, नीति आयोग के सदस्य, पूर्व चांसलर, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, प्रोफेसर डी.पी.  सिंह- पूर्व यूजीसी अध्यक्ष, प्रो सच्चिदानंद शुक्ल, कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, डॉ. यू.के. मिश्रा- अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, श्री आशुतोष राणा- प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता, निर्देशक, निर्माता और लेखक, पद्मश्री – प्रो. जे.एस. राजपूत, एनसीटीई के पूर्व अध्यक्ष और एनसीईआरटी के निदेशक रहेंगे | विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में डॉ. वी. के. सारस्वत, श्री आशुतोष राणा  एवं  प्रो. जे. एस. राजपूत को अपने अपने क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए मानद उपाधि प्रदान की जाएगी तथा शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23 के स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों में कुल 2664 सफल विद्यार्थियों सहित 28 शोधार्थीयों को विद्यावाचस्पति (डॉक्टर ऑफ फिलोसोफी) एवं 36 सफल विद्यार्थियों को चांसलर गोल्ड मैडल प्रदान किया जायेगा । विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति श्री हर्ष गौतम ने बताया कि छत्तीसगढ़ में निजी विश्वविद्यालय के रूप में नव स्थापित एवं श्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में विख्यात हो रहा है। उच्च शिक्षा के क्षितिज में एक देदीव्यमान नक्षत्र की भॉति यह विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है । श्रद्धेय गुरूदेव के पावन सानिध्य में विश्विद्यालय का आत्मीय परिसर आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक वातावरण से युक्त पक्षियों के कलरव एवं अनेक पुष्पों के सौरभ से सुशोभित है।

कुलपति प्रो. एस. के. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ साथ संस्कार और मानवता के विकास का उद्भव किया जा  रहा है। भारतीय संस्कृति की  मूल भावना के अनुरूप राष्ट्र के विकास को गति देने के लिए विश्वविद्यालय निरंतर प्रयासरत है । शीघ्र ही यह विश्वविद्यालय विश्वपटल पर उदित होकर अपनी ज्ञान रश्मियों से अखिल विश्व को आलोकित करेगा । विश्वविद्यालय में विभिन्न विधाओ में  118 पाठ्यक्रम संचालित है जिसमे अभियांत्रिकीय एवं तकनीकी, विज्ञान एवं सूचना तकनीक, कला एवं मानविकी, फार्मेसी, शिक्षा, वाणिज्य एवं प्रबंध, फैशन एवं आंतरिक सज्जा, योग, पत्रकारिता, होटल प्रबंधन एवं विधि आदि संकाय के पाठ्यक्रमों से ज्ञान की विधाओं के साथ साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे जिससे व्यक्ति सर्वहितप्रद समाज की संरचना हो सकेगी । विश्वविद्यालय 65 एकड़ में विस्तारित है। हरियाली से आच्छादित यह विश्वविद्यालय उद्योगों और शोधकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक कार्यक्रमों के सञ्चालन एवं विभिन्न पाठ्यक्रम गतिविधियों में उच्चतम मानकों को बनाएं रखते हुए विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उल्लेखनीय है की विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में 118 पाठ्यक्रमो के साथ एक ही समय में  ड्यूल डिग्री (दो विषयों में विशेषज्ञता) की सुविधा देने वाला राज्य का प्रथम विश्वविद्यालय है। इसके साथ यूनिवर्सिटी ने वर्तमान सत्र 2023-24 सत्र से फार्मास्यूटिक्स और फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री जैसी दो विशेष शाखाओं के लिए मास्टर इन फार्मेसी में नए कार्यक्रम भी प्राम्भ किये गए है जिसके साथ साथ दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक वर्षीय डिप्लोमा इन हाउस कीपिंग एवं होम बेस्ड पेशेंट केयर प्रारंभ किये गए हैं ।