गुना – भारतीय जैन मिलन क्षेत्र क्रमांक 12 द्वारा जैन समाज आरोन, जैन मिलन आरोन , महिला जैन मिलन आरोन एवं युवा जैन मिलन आरोन के सहयोग से, 13 वर्ष से 28 वर्ष के युवाओं एवं उनके अभिभावकों के लिए एक कार्यशाला *”हम होंगे कामयाब*”, आरोन के विद्यासागर पब्लिक स्कूल में आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में युवक एवं युवतियों ने भाग लेकर, विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त किया । भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतिवीर विजय जैन गुना ने संबोधित करते हुए कहा कि छोटे-छोटे कस्बों एवं नगरों के युवा वर्ग के लिए यह कार्यशाला अत्यंत उपयोगी है, उन्होंने एक कहानी के माध्यम से बच्चों को कहा कि अपनी इच्छा शक्ति से आप अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। सिविल सेवा प्रतियोगी परीक्षाओं में कोच के रूप में महारत रखने वाले श्री रनीश जैन गुना ने कहा कि मैं भारतीय जैन मिलन के स्लोगन “सत्वेषु मैत्री” से प्रभावित हूं । उन्होंने कहा कि यू पी एस सी की परीक्षा एशिया की सबसे कठिनतम हैं। यदि आपको आई ए एस, आईपीएस, बनना है तो आप गणित और अंग्रेजी से ना डरें , बस आई ए एस, आईपीएस बनने का सपना देखना शुरू करें। आप कल्पना करें कि, मैं गुना का डी एम या एस पी हूं, तब मैं क्या-क्या कर सकता हूं , बस यही भावना आपको आपके लक्ष्य तक ले जाएगी। एकल परिवार ने हमें न्यूक्लियर बम की तरह बना दिया है , समाज और परिवार के साथ मिलकर कार्य करोगे, “तब हम होंगे कामयाब “। गुना उद्योग विभाग के सहायक जिला प्रबंधक श्री आर के जैन ने भारत सरकार और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए युवाओं को कहा कि सभी को नौकरी मिलना संभव नहीं है , अतः आठवी पास युवक को 50 लाख तक का लोन हमारे विभाग द्वारा बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। आरोन में उद्योग की अनेक संभावनाएं है, अतः युवा लोन लेकर अपना व्यवसाय कर, अन्य युवकों को नौकरी दे सकते हैं ।
अल्प संख्यक योजनाओं के जानकार विशेषज्ञ श्री अनिल बड़कुल जी ने बच्चों को कक्षा 9 से हायर क्लास तक मिलने वाली अनेक स्कॉलरशिप, कैसे और कहां से प्राप्त की जा सकती है के संबंध में विस्तार से उपस्थित युवा एवं अभिभावकों को बताया। जैन समाज की संस्था जीटो, अनुशासनोदय एवं फास्ट (FAST) इंदौर द्वारा कोचिंग के माध्यम से आई ए एस एवं आई पी एस हेतु निःशुल्क कोचिंग दी जाती है। ई डब्ल्यू एस के अंतर्गत प्रत्येक कॉलेज में 10% आरक्षण रहता हैं, इसका लाभ सभी को लेना चाहिए । डॉक्टर हरिओम सिंह, प्राचार्य विद्या भवन स्कूल गुना ने अपने उद्बोधन से सभी का दिल जीत लिया । उन्होंने कहा कि बच्चों को परीक्षा में प्रतिशत के पीछे नहीं भागना चाहिए और ना ही नौकरियों के पीछे, क्योंकि यह सभी को नहीं मिल सकती। हमें स्किल इंडिया बनाना है। हमारी शिक्षा मातृभाषा में ही होना चाहिए जिससे हमारा बौद्धिक विकास हो सके। खुद को जानें एवं अपनी निर्णय क्षमता का विकास करें। ग्रामीण परिवेश में रहने वाले व्यक्ति में निर्णय क्षमता अधिक होती है। उन्होंने बौद्धिक विकास के 10 सूत्र देते हुए कहा कि बच्चों को सभी से मिलना, समाज में मिलकर रहना, बच्चों को दोस्तों से गपशप करनी चाहिए, जिससे व्यक्ति का तनाव कम हो सके। संस्कार को कभी मत छोड़ना। जो आप चाहते हैं वह दूसरों को दें, तब आपको वह मिलेगा। जब बच्चों ने पूछा कि हमें याद क्यों नहीं रहता है, तब याद करने का मंत्र देते हुए कहा कि “पहले लिखें फिर पढ़ें” याद हो जाएगा। अभ्यास करें मेमोरी तेज होगी। “सूरज जैसा बनना है तो सूरज जैसा जलना होगा” आदि अनेक उपयोगी बातें उन्होंने युवाओं से कहीं।
अनेकों पुस्तकों के लेखक पूर्व प्राचार्य श्री सतीश चतुर्वेदी जी “शाकुंतल” ने युवाओं को सफलता के सूत्र देते हुए पांच डी (D)पर ध्यान केंद्रित करने को कहा : डायरेक्शन, डिसिप्लिन, डेडीकेशन, डिवोशन, डेड लाइन। हम यदि इन पांच डी पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे तो, हर काम जो आप अपने जीवन में करना चाहते हैं, कर सकते हैं। पत्थर को तराशने के लिए हमें छेनी चलानी ही होती है, उसके बिना पत्थर मूर्ति नहीं बन सकता। उसमें पूजनीयता नहीं आ सकती है । इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अतिवीर विजय कुमार जैन पत्रकार राघोगढ़ तथा युवा वीर अंकुर जैन ने भी युवा कार्यशाला को संबोधित किया। कार्यशाला प्रारंभ होने के पूर्व जैन समाज आरोन के अध्यक्ष श्री विजय जैन डोंडिया राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय जैन गुना, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय कुमार जैन राघौगढ़ सहित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया। महावीर प्रार्थना महिला जैन मिलन आरोन एवं पाठशाला की दीदीओं द्वारा की गई। क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री नरेश जैन ने स्वागत उद्बोधन दिया । जैन मिलन आरोन द्वारा सभी अतिथियों का सम्मान शाल श्रीफल एवम् स्मृति चिन्ह भेंट कर किया एवम् डॉक्टर दीपक जैन का मानव सेवा कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। क्षेत्र की ओर से सभी विशेषज्ञों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन एडवोकेट विनय कुमार जैन गुना, वीर संजीव जैन अध्यक्ष जैन मिलन आरोन द्वारा किया गया । कार्यक्रम के संयोजक वीर प्रदीप गांधी गुना ,सुनील जैन झंडा क्षेत्रीय प्रवक्ता आरोन, एवं क्षेत्रीय मंत्री पी के जैन ने आभार व्यक्त किया। इस कार्यशाला के उपरांत भारतीय जैन मिलन क्षेत्र क्रमांक 12 की कोर कमेटी की बैठक भी आयोजित की गई। जिसमें भोपाल, गंजबासौदा, अशोकनगर , राघौगढ़, गुना के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर भारतीय जैन मिलन के कार्यक्रमों की आगामी रूपरेखा पर विचार विमर्श किया ।