- डी डी नगर श्री वासुपूज्य जैन मंदिर में भक्ति, प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रतिदिन हो रहा अयोजन
रायपुर – दिगंबर जैन समाज के पर्युषण पर्व पर समाज के लोगों द्वारा प्रतिदिन धर्म आराधना और तप तपस्या की जा रही है। श्री 1008 वासुपूज्य दिगंबर जैन पूजा मंदिर सेवा समिति एवम आदिश्वर महिला मंडल डीडी नगर द्वारा एक ओर पूजा आराधना और प्रवचन द्वारा भक्ति की जा रही है वहीं रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें प्रातः संजय जैन सौधर्म इंद्र, नरेश जैन ईशान इंद्र, निर्मल कुमार जैन ने महेंद्र इंद्र बनकर भगवान का अभिषेक किया, भगवान की शांतिधारा अनिल,अनिता जैन परिवार द्वारा की गई। जबलपुर से पधारी विदुषी प्रवचनकार स्नेहलता जैन ने उत्तम मार्दव के बारे में कहा की अपने मान का मर्दन करना चाहिए, जीवन में मृदुता धारण करने से ही जीवन में सच्ची खुशी मिल सकती है। पद,धन का अहंकार करके दूसरों को कष्ट देने से नीच गति का बांध होता है। संगीतमय भक्ति, पूजन के लिए जबलपुर से आईं मालती जैन ने अपनी मधुर वाणी से भजनों की शानदार प्रस्तुति दी । शाम को मंदिर प्रांगण में आदिश्वर महिला मंडल द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दो वर्गों में बच्चों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता हुई। जिसकी संयोजक अनिता जैन व राजुल जैन थीं। प्रथम वर्ग में 2 से 6 वर्ष के 15 बच्चों तथा द्वितीय वर्ग 7 से 15 वर्ष में 3 बच्चों ने भाग लिया। जिसमें अविरल जैन ने कहा कि मैं अखबार हूं, सबके घर आता हूं, अच्छी बुरी खबरें लाता हूं, सबका ज्ञान बढ़ाता हूं, मुझमें समाया है ज्ञान का भंडार। अविचल जैन ने धर्म का रूप धारण कर सबको भगवान की वाणी से सिद्धि तक ले जाने का संदेश दिया। किसान की वेशभूषा में हाथों में हल लेके आए अयांश जैन ने भगवान आदिनाथ द्वारा कृषि का संदेश देके अन्नदाता बनने की राह दिखाने की मोहक प्रस्तुति दी। इस मौके पर पारस चैनल, जिनवाणी, मुनि श्री, शुक्ल लेश्या जैसे जैन धर्म से जुडे़ प्रसंगों की मनोहारी प्रस्तुति दी। इस प्रतियोगिता में निर्णायक यशवंत जैन, डॉ.मंजुला जैन व शैलेंद्र संघी थे। प्रथम वर्ग में प्रथम अयाँश जैन व आर्यांश, द्वितीय वेदिका, तृतीय अविचल जैन रहे, वहीं द्वितीय वर्ग में प्रथम स्थान पर अविरल जैन और द्वितीय शुम्भित जैन रहे। प्रतियोगिता में वीर, आयन, आकर्ष सही सभी को पुरस्कार प्रदान किया गया ।