रायपुर – उपाध्याय प्रवीण ऋषि ने कहा कि गलती के लिए किसी को माफ़ न करें, माफ़ करने से गलती छुप जाती है, उन्हें प्रयाश्चित दें। उपाध्याय प्रवर शनिवार को लालगंगा पटवा भवन में आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। आज की सभा में अर्हम गर्भ संस्कार की ट्रेनर्स भी पहुंचीं थीं। प्रवीण ऋषि ने उनकी ट्रेनिंग के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि मैं जब मैं इनकी क्लास लेता हूँ, तो मेरा एक ही काम रहता है, इनकी कमियां खोजना, और उन कमियों के लिए उन्हें प्रायश्चित देना। मेरे सामने एक लक्ष्य है कि इन्हे देखकर लगे कि प्रवीण ऋषि फीका है, इनके साथ साधना करके लोगों को लगे कि जो प्रवीण ऋषि नहीं करा सकते वो ये करा सकते हैं। इसीलिए मैं इनकी किसी कमी को माफ़ नहीं करता हूँ, मैंने किसी को अनुमति नहीं दी है कि मुझसे माफ़ी मांगे। क्योंकि अगर गलती को माफ़ करूंगा तो गलती जिन्दा रह जायेगी। एक गलती जिन्दा रह जाएगी तो ये मेरे से श्रेष्ठतम नहीं बन पाएंगे। अगर ये मेरे से श्रेष्ठतम नहीं बनेंगे तो दुनिया के सामने भगवान महावीर की छवि सही नहीं पहुंचेगी। अगर ये मेरे से श्रेष्ठतम बनेंगे तभी ये भगवान महावीर को दुनिया के पास पहुँचाने के लिए समर्थ बनेंगे । उक्ताशय की जानकारी देते हुए रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि आज की धर्मसभा में 300 से ज्यादा अर्हम गर्भ संस्कार की ट्रेनर्स भी उपस्थित थीं। इनमें में कुछ ट्रेनर्स 2010 से इस संस्था और इस पुनीत कार्य से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने बताया कि प्रवीण ऋषि ने 1996 में टीचर बनाने का कार्य शुरू किया था गर्भसंस्कार का। और आज हजारों की संख्या में ट्रेनर्स इस पुनीत कार्य में लगे हैं ।