Home छत्तीसगढ़ स्वर्ण प्राशन शिविर कैसे करना हैं 

स्वर्ण प्राशन शिविर कैसे करना हैं 

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रायपुर – स्वर्ण प्राशन एक आयुर्वेदिक रोग प्रतिरोधक, बलवर्धक उपाय है जिसमें शुद्ध स्वर्ण भस्म, गौ घृत, ब्राम्ही शंखपुष्पी आदि औषधियों को चटाया (प्राशन) जाता है। यह एक प्रकार की आयुर्वेदिक इम्यूनाइजेशन विधि है तथा बच्चों में पूर्णता दुष्प्रभाव रहित है । स्वर्ण प्रशन प्रत्येक माह में पुष्य नक्षत्र से शुरू करके न्यूनतम 45 दिन तक या अधिकतम 6 माह तक लगातार देना है ।

स्वर्ण प्राशन बिंदु:-

1. स्वर्ण प्राशन शिविर के लिए सबसे पहले आपको फ्लेक्स लगाना है, इसका स्थान बहुत बढ़िया होना चाहिए।

2. स्वर्ण प्राशन शिविर के लिए एक रजिस्टर, पेन , स्केल चाहिए  बच्चों की एंट्री के लिए( पिता जी का मोबाइल नंबर) कुल कितने बच्चे होते है।

3. स्वर्ण प्राशन शिविर की अच्छी फोटो वीडियो आपको आस- पास के समूह में भेजना एवं हमारे लिए भेजना जिससे हम अन्य लोगों तक जानकारी भेज सके।

4. स्वर्ण प्राशन जमा हुआ रहता है, इसको हल्के गर्म पानी में हिलाकर रखे। जिससे यह जमे न और आसानी से बच्चो को देने में सुविधा बनी रहे।

5. सुवर्णप्राशन देने से पूर्व एवं बाद में आधा घंटे तक कुछ खाने पीने के लिए ना दें।