कोटा – आज आदमी झूठ बहुत बोलता है और सबसे बड़ी बात दूसरों से झूठ बोलते बोलते अब आदमी खुद से भी झूठ बोलने लगा है । और यह बात आजकल के पढ़ने वाले बच्चों पर सबसे ज्यादा लागू होती है क्योंकि कोटा शहर में प्रतिवर्ष कई माता पिता लाखों की संख्या में अपने बच्चों को पढ़ने भेजते है पर हर बच्चा अपने माता-पिता की अपेक्षा पर खरा नही उतर पाता क्योंकि कही न कही वो पढ़ाई के मामले में खुद से और अपने माता-पिता से झूठ बोलते है। जबकि खुद के प्रति ईमानदार होने से सफलता मिलती है । सकल जैन समाज रामपुरा द्वारा जी एम ए सभागार में आयोजित कैरियर गाइडलाइंस की कार्यशाला उड़ान कैसे ?? में बोलते हुए मुख्य वक्ता पुलिस उपनिरीक्षक अंकित जैन ने अपनी बात कहीं । बच्चों से रूबरू होते हुए डी एस पी ने कहा कि किसी प्रशासनिक पद या ऊची जॉब पाने के लिए यह आवश्यक नही की आपने स्कूली शिक्षा में मेरिट या उच्चतम प्रतिशत हासिल किया हो । आपका कॅरियर आपके दृढ इच्छा शक्ति और जुनून पर टिका है यदि किसी भी प्रशासनिक परीक्षा में या जॉब के साक्षात्कार में आपने अपना मनोयोग अपने लक्ष्य पर स्थिर कर दिया तो आपकी सफलता में कोई आड़े नही आ सकता ।
छात्र-छात्राओं के लिये जीएमए सभागार में आयोजित उड़ान कार्यशाला में भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ संयोजक राकेश जैन ने कहा कि तनावमुक्त और लक्ष्य आधारित शिक्षा के लिये मोबाइल से समयबद्ध दूर रहने का प्रण लिया जाना चाहिए । कार्यक्रम संयोजक जिनेन्द्र पापड़ीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा नगरी कोटा में पूरे भारत वर्ष से जैन छात्र- छात्राएं भी पढ़ने के लिये आते है जिनके लिए कई मंदिर समितियों द्वारा होस्टल आदि बनाया गए है जंहा वे सभी सुविधाओं एवं मंदिर दर्शन के साथ अपना अध्यापन कर सकें । किन्तु शिक्षा और सुविधा के साथ उन्हें समय समय पर सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है उसे महसूस करते हुए ही उड़ान कैसे ?? कार्यशाला की परिकल्पना की गई और सबसे पहले वक्ता के रूप में जैन समाज के ही होनहार डी एस पी अंकित जी को आमंत्रित किया गया । संयोजक प्रशांत गंगवाल ने बताया कि लगभग 250 जैन छात्र छात्राओं ने इस कार्यशाला में भाग लिया जो प्रातःकाल से ही कार्यक्रम स्थल पर पहुँचना प्रारम्भ हो गए थे । उनका पंजीयन कर उन्हें वेलकम किट प्रदान किये गए । कार्यक्रम में सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के महामंत्री विनोद टोरडी, कार्याध्यक्ष जे.के. जैन, प्रकाश बज, समाज श्रेष्ठी रिखबचंद चांदवाड़, महावीर ढाबा, शिखर पाटोदी, चेतन प्रकाश जैन आदि श्रेष्ठियों ने भाग लिया । कार्यक्रम में भक्तिमय मंगलाचरण समाज की ही बालिका ऐषणा एवं पाखी जैन द्वारा किया गया । सभा का संचालन करते हुए राकेश जैन ‘चपलमन’ ने कहा कि जैन समाज सबसे बुद्धिजीवी समाज माना जाता है या यूं कहें बुद्धिमत्ता हमारे डी एन ए मैं ही है, पर हमारी नई पीढ़ी की बुद्धिमत्ता का उपयोग वर्तमान में बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने आर्थिक हितों के लिए कर रही है । पर यदि हम अपने उसी बुद्धि कौशल का प्रयोग राजनैतिक या प्रशासनिक क्षेत्र में करें तो जैन समाज पूरे देश का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है ।
ये असली मोटिवेशन है-
कार्यशाला में आये 11वीं कक्षा के छात्र भव्य जैन ने कहा कि हमनें अब तक कई मोटिवेशनल स्पीकर को सुना पर आज अंकित सर को सुनकर ऐसा लगा कि असली मोटिवेशन तो यहीं है क्योंकि सर से दुनियादारी की सभी बातों को छोड़कर केवल वहीं बताया जो उन्होंने अपने जीवन मे किया । उनकी सरलता और अपने परिवार से लेकर अपनी शिक्षा तक जो सारी बाते हमसे की वह हमारे मस्तिष्क में घर कर गई और अब तो मैने भी अपना मिशन बना लिया है कि में अपने पापा मम्मी से कोई झुठ नही बोलूंगा ओर इधर उधर दिमाग दौड़ाने की जगह एक लक्ष्य अवश्य निर्धारित करूँगा ।