Home धर्म - ज्योतिष मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज का ग्वालियर में हुआ भव्य प्रवेश

मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज का ग्वालियर में हुआ भव्य प्रवेश

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शोभायात्रा में पादपच्छान के साथ आरती उतार कर किया अभिनंदन

गोपाचल तीर्थ कभी नष्ट नहीं होगा ना ही कोई इसे मिटा सकता–मुनिपुगंव श्री सुधासागरजी महाराज

ग्वालियर – इष्ट वियोग और अनिष्ट सहयोग इस कर्म से वचने के लिए जिस समय आपके हाथ में चन्दन है उस समय यदि मूर्ति मान का दर्शन हो जाए तो समझ लेना कहा से किस शक्ति का प्रदुर्भव होता है आप इष्ट अनिष्ट से वच जायेगे आप गोपाचल पर्वत पर विराजमान इन मूर्तियों को यू ही ना समझे इन मूर्तियों को वनवाने वाले राजा का कोई महान गुरु होगा महान तांत्रिक होगा यदि कोई जैन राजा होता तो वह मन्दिरो के ऊपर अपना महल नहीं वन वाता किसी और राजा ने पर्वत पर महल वनाया होगा, किला किसी और राजा ने वानाया होगा इतिहास उतना नहीं है जितना हम जानते हैं गोपाचल पर्वत को नष्ट करने की बहुत कोशिश हुई प्रतिमाओ को भजिंत किया लेकिन कोई गोपाचल पर्वत तीर्थ को कभी नष्ट नहीं सकता ना ये तीर्थ नष्ट होगा कोई कितना ही आक्रमण कर ले मैं कहता हूं कि जो जिनेन्द्र भगवान के ऊपर रहा है वह तीन पीढि से अधिक नहीं रहा सकता उक्त आश्य केउद्गार गोपाचल पर्वत ग्वालियर में विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए  संत शिरोमणी आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के परम प्रिय शिष्य मुनि पुंगव श्री सुधासागर महाराज ने व्यक्त किए

ग्वालियर में भव्य नगर प्रवेश हुआ

मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि आज ग्वालियर में मुनि पुगंव श्रीसुधासागरजी महाराज क्षुल्लक श्री गंभीर सागर जी महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश हुआ जहां  इंदरगंज चौराहे पर नगर में विराजित मुनि संघ के साथ ही ग्वालियर महा पंचायत के अध्यक्ष पारस जैन ग्रेटर ग्वालियर जैन सोशल अध्यक्ष  अनुपम चौधरी जैन समाज के प्रवक्ता ललित जैन भारती अनिल शाह विमल चौधरी सहित सैंकड़ों भक्तों ने नगर आगवानी की जैन समाज के प्रवक्ता ललित भारती ने बताया कि इन्द्ररगंजमंदिर पर भव्य मंच बनाकर किया गुरु पूजन के साथ हुआ, तड़पाश्चात् मुनिश्री की भव्य नगर प्रवेश शोभायात्रा निकाली गई जहां मार्ग में पाद प्रक्षालन आरती श्री फल के साथ भक्तों ने अपनी श्रद्धा समर्पित की यहां भव्य शोभायात्रा इंदरगंज जैन मंदिर से प्रारंभ होकर जयेन्द्रगंज, फूलबाग होती हुई गोपाचलपहुंची जहां गोपाचल ट्रस्ट के मंत्री अजीत वरैया सकलजैन महापंचायत के अध्यक्ष पारस जैन, अनिल शाह ने मुनिश्री की आरती उतारकर गुरू पूजा की। जैन समाज के प्रवक्ता ललित जैन ने बताया कि मुनिश्री ने गोपाचल पहुंचकर धर्म सभा को सम्बोधित किया, इससे पूर्व मुनिश्री का पाद पच्छालन विमल चौधरी परिवार ने किया। मुनिश्री को शास्त्र भेंट सकल जैन महापंचायत के अध्यक्ष पारस जैन एवं दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप ग्रेटर ग्वालियर के संस्थापक अध्यक्ष अनुपम चौधरी ने किया। गाजेबाजों के साथ निकाली गई शोभायात्रा में भारी संख्या में भक्त मुनिश्री के कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे।

भगवान की प्रतिमा भक्त की भक्ति के अनुसार देती हैं फल 

 मुनि पुंगव ने कहा कि हम मंदिर भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं, भगवान की मूर्ति के दर्शन करना तो बड़ा ही आसान होता है लेकिन मूर्तिमान के दर्शन करना कठिन होता है। हमने गोपाचल पर आकर भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा के दर्शन तो कर लिए लेकिन उस प्रतिमा में हमें साक्षात पाश्र्वनाथ भगवान दिखे क्या। हमरा दर्शन करना तब सार्थक होगा जब मूर्ती के साथ मूर्तीमान के दर्शन हो जायें। मुनिश्री ने बताया कि भगवान की प्रतिमा हर भक्त को एक जैसा फल नहीं देती। या फिर यूं कहा जाये कि एक भक्त उस प्रतिमा से कुछ नहीं पता और दूसरा भक्त उसी प्रतिमा से सब कुछ पा लेता है। भगवान से फल वैसा ही मिलेगा जैसी भक्त की श्रृदा और विश्वास होगा। मुनिश्री ने कहा कि ग्वालियर का किला जैन धर्म की भव्य प्रतिमाओं के खजाने से भरा देखकर लगता है जैन धर्म का कितना गौरवशाली इतिहास रहा होगा इस नगर का।