भोपाल – श्री शीतल नाथ नवीन जैन मंदिर शीतलधाम समरधा में भक्ति भाव के साथ वेदी प्रतिष्ठा एवं शिखर पर कलशा रोहण हुआ आचार्य विशुद्ध सागर जी आचार्य सुनील सागर जीआचार्य विहर्ष सागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनि श्री विजऐश सागर जी समत्त्व सागर जी मुनि श्री संबुद्ध सागर जी मुनि श्री संयतसागर जी के सानिध्य में मुल नायक प्रभु शीतल नाथ का अभिषेक और पूजा अर्चना की गई विधि विधान से प्रतिष्ठा चार्य ब्रह्मचारी अरुण जैन शुद्धांश के निर्देशन में धार्मिक अनुष्ठान हुए समिति के प्रमुख मुकेश जैन शीतल ने बताया इस नवनिर्मित जिनालय की मुख्य वेदी जयपुर से आई है जिस पर आकर्षक सुन्दर नक़्क़ाशी एवम् स्वर्ण पॉलिश का कार्य हुआ पुण्यार्जक मनोज इंजिनिअर सीमा स्पर्श आयुषी मनु एम आर परिवार द्वारा ध्वजा रोहाण किया गया राजेश निशा रोली भारिल्ल्य परिवार द्वारा शिखर पर स्वर्ण कलश आरोहण किया गया तो जय कारें गुंज उठे श्रद्धालओं द्वारा प्रभु का अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई मंगलाचरण कुमारी विशुद्धि द्वारा किया गया आशीष वचन मेें मुनि संबुद्ध सागर जी महाराज ने कहा प्राणी मात्र के कल्याण की बात करने वाला ही सबसे बड़ा पुण्य आत्मा होता है व्यक्ति अपनी परेशानियों से नहीं मन की दुर्बलता से दुखी है मुनि श्री ने कहा सबसे बड़ा तीर्थ स्वयं का मन ही है मन को कितना मजबूत बना सकते हो यह आपके ऊपर है।