Home धर्म - ज्योतिष आचार्य श्री को श्री फल भेंट कर किया चातुर्मास का निवेदन

आचार्य श्री को श्री फल भेंट कर किया चातुर्मास का निवेदन

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अशोक नगर में चातुर्मास का निवेदन लेकर आये है

विशाल भव्य चांदोवे का किया विमोचन

रायपुर (विश्व परिवार)। तीर्थ राज डोंगरगढ़ में विराजमान परम पूज्य संत शिरोम णि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के चरणों में नव निर्वाचित श्री दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी के अध्यक्ष राकेश कासंल राकेश अमरोद ब्र राजकुमार चाचा सुनील अखाई उमेश सिघई विजय धुर्रा सहित सभी सदस्यों ने आचार्य भगवंत के कर कमलों में जिनवाणी भेंट की इस दौरान कमेटी को चरण वंदना करने का सौभाग्य प्राप्त कर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ से अशोक नगर चातुर्मास के लिए निवेदन किया इसके पहले धर्म सभा के प्रारंभ में आचार्य भगवंत की महापूजन की गई 

विशाल चंदौवा लगेगा मूलनायक भगवान पर

 इस दौरान आचार्य श्री ज्ञानसागर हथाकरघ केन्द्र द्वारा डोंगरगढ़ के मूलनायक भगवान श्री चन्द्रप्रभ स्वामी के ऊपर लगने वाले विशाल चन्दोवे का आचार्य श्री के समक्ष विमोचन मनोज कुमार रन्नौद के साथ अध्यक्ष राकेश कासंल राकेश अमरोद विजय धुर्रा उमेश सिघई प्रमेचन्द्र प्रमी राकेश लालाजी ने कर तीर्थ कमेटी को भेंट किए। इस दौरान कमेटी अध्यक्ष राकेश कांसल ने कहा कि हम सब चातुर्मास का निवेदन लेकर आये है वर्षों से हम आचार्य भगवंत आपके चरणों की रज पाने को तरस रहे हैं राकेश अमरोद ने कहा कि हम सब गुरु चरणों की राह देख रहे हैं कई सालों से चातुर्मास नहीं मिला इस साल चातुर्मास हो ये प्रार्थना है विजय धुर्रा ने कहा कि आचार्य श्री हम सब चातुर्मास की रहे हैं अशोक नगर अंचल वर्षों से इन पावन चरणों की वंदना के भाव संजोए वैठा है भगवंत हमें सेवा का अवसर एक बार देने की कृपा करें। 

सुलझाने के चक्कर में उलझते चले जा रहे हैं

एक पक्षी वृक्ष पर नीड वनाने के लिए एक एक टहनियों को दूर दूर से लेकर आता है और पक्षी अपना घोंसला बना रहा है  फिर वह वच्चो को जन्म देता है वह पक्षी उन वच्चो को अपनी चोंच में लाकर भोजन देता है रोज रोज दाना देते देते एक पक्षी के वच्चे बड़े होने लगते हैं अपने पंख फड़फड़ाने लगते हैं तव पक्षी उन वच्चो को नीड से गिरा देते हैं और उनके पीछे पीछे चलकर देखता है कि सही तरह से आकाश में विचार कर पा रहे हैं जव तक वह स्वतंत्र रूप से आकाश में विचरण करने लायक नहीं हो जाते उनके साथ रहता है फिर खुलें आकाश में भ्रमण करने छोड़ देता है यहां से जो चला गया ये मोह का चक्र है ये इस प्रकार मोह का चक्र चलता चला जाता है है कर्म पर ध्यान देना होगा इस चक्र से सुलझाना होगा हम सुलझाने के चक्कर में उलझते चले जा रहे हैं उलझन को छोड़कर सुलझना है 

किए कमेटी ने श्री फल भेंट

समाज के अध्यक्ष राकेश कासंल राकेश अमरोद सुनील अखाई  उमेश सिघई विजय धुर्रा मनोज रन्नौद शैलेन्द दददा महेश घंमडी संजय मुडरा रिक्कू भ इया नरेश एडवोकेट  मनीष वरखेडा राजेन्द्र अमन मेडिकल मुकेश हार्डी  संजय केटी नवीन सर मनीष सिघई  पवन करैया नितिन बज सौरव गोयल अक्षय जैन सी ए आदर्श जैन सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट किए